दिल्ली में गुरुवार (4 जुलाई, 2024) की सुबह बारिश ने उमस से राहत तो दिलाई, लेकिन कुछ इलाकों में जलभराव की समस्या पैदा हो गई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बुधवार (3 जुलाई, 2024) को पूर्वानुमान जारी किया था कि उत्तर-पश्चिम और पूर्वी भारत में अगले 4-5 दिनों के दौरान भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा, पूर्वोत्तर भारत में अत्यधिक वर्षा होने की संभावना है।
उत्तर भारत में भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिम उत्तर प्रदेश में 4 जुलाई, 2024 को विभिन्न स्थानों पर भारी (64.5-115.5 मिमी) से बहुत भारी (115.5-204.4 मिमी) बारिश की संभावना है। उत्तराखंड में 4 से 6 जुलाई के दौरान कई स्थानों पर बहुत भारी बारिश हो सकती है। हरियाणा, बिहार, पश्चिम बंगाल, पंजाब, मध्य प्रदेश और झारखंड के भी कई हिस्सों में बारिश की संभावना जताई गई है।
पूर्वोत्तर भारत में बाढ़ की स्थिति
पूर्वोत्तर के राज्यों असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, त्रिपुरा और सिक्किम में बारिश होने की संभावना है। अरुणाचल प्रदेश, असम और मणिपुर में बाढ़ की स्थिति से राहत मिलने की संभावना नहीं दिख रही है। असम में बाढ़ से बिगड़ते हालात के बीच बुधवार को आठ और लोगों की मौत हो गई, जबकि 27 जिलों के 16.25 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। अरुणाचल प्रदेश में प्रमुख नदियों के खतरे के निशान से ऊपर पहुंचने के साथ बुधवार को भी बाढ़ की स्थिति बनी रही।
बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित इलाके
अधिकारियों के अनुसार, नामसाई, लोहित, चांगलांग और पूर्वी सियांग में बाढ़ आई है, जबकि अन्य जिलों में पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश के बाद भूस्खलन हुआ है। राज्य में जारी बारिश और बाढ़ एवं भूस्खलन से कुल 61,948 लोग प्रभावित हुए हैं।
मणिपुर के इंफाल पश्चिम और इंफाल पूर्व जिलों में लगातार बारिश के कारण दो प्रमुख नदियों के तटबंध टूटने से कई स्थानों पर बाढ़ आ गई है। राज्य सरकार ने बाढ़ की स्थिति को देखते हुए बुधवार को सभी सरकारी कार्यालयों में अवकाश घोषित कर दिया है, जबकि स्कूल गुरुवार तक बंद रहेंगे।
इस बीच, लोगों को सावधानी बरतने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में स्थिति पर नजर बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया है।
								
															
			
			




