[the_ad id="4133"]
Home » स्पोर्ट्स » ध्रुव जुरेल का पहला टेस्ट शतक

ध्रुव जुरेल का पहला टेस्ट शतक

पिता को समर्पित भावनात्मक सेलिब्रेशन हुआ वायरल

अहमदाबाद में भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ध्रुव जुरेल ने अपने करियर की सबसे यादगार पारी खेली।
मैच के दूसरे दिन उन्होंने 190 गेंदों का सामना करते हुए शानदार 125 रनों की पारी खेली और अपने टेस्ट करियर का पहला शतक जड़ा। टीम इंडिया की जर्सी में यह उनका पहला सेंचुरी मोमेंट था, जिसे उन्होंने अपने पिता को समर्पित किया — और यही बात इस शतक को और भी खास बना गई।

पिता को दी भावनात्मक सलामी

शतक पूरा करने के बाद जुरेल का जश्न सोशल मीडिया पर छा गया। उन्होंने बल्ले को राइफल की तरह उठाकर सलामी दी और फिर हेलमेट उतारकर आसमान की ओर देखा।
यह सेलिब्रेशन उन्होंने अपने पिता को समर्पित किया, जो कारगिल युद्ध में भारतीय सेना का हिस्सा रहे हैं
ध्रुव का यह जज्बाती अंदाज दर्शकों के दिलों को छू गया। क्रिकेट फैंस ने उनके इस सम्मानजनक इशारे की जमकर सराहना की और सोशल मीडिया पर “#DhruvJurel” ट्रेंड करने लगा।

ऋषभ पंत की जगह, परफॉर्मेंस से जीता दिल

टीम इंडिया के स्टार विकेटकीपर ऋषभ पंत की चोट के कारण इस सीरीज में ध्रुव जुरेल को मौका मिला था।
उन्होंने अपने पहले ही मैच में न सिर्फ विकेटकीपिंग में कमाल दिखाया बल्कि बल्ले से भी शानदार प्रदर्शन किया।
जुरेल ने संयम और क्लासिक तकनीक के साथ शुरुआत की, फिर तेज़ी से रन बटोरते हुए अर्धशतक और अंत में शतक पूरा किया।
उनकी पारी में 15 चौके और 3 छक्के शामिल रहे। उन्होंने यह शतक नंबर 5 पर बल्लेबाजी करते हुए बनाया, जिससे टीम इंडिया की स्थिति मज़बूत हो गई।

भविष्य के स्टार के रूप में उभर रहे हैं जुरेल

ध्रुव जुरेल का यह शतक सिर्फ एक माइलस्टोन नहीं, बल्कि यह संकेत है कि भारतीय क्रिकेट को एक और भरोसेमंद विकेटकीपर-बल्लेबाज मिल गया है।
उनकी परिपक्वता, धैर्य और देशभक्ति से जुड़ा सेलिब्रेशन उनके चरित्र को बखूबी दर्शाता है।
पूर्व खिलाड़ियों और क्रिकेट एक्सपर्ट्स ने भी जुरेल की तारीफ करते हुए कहा कि “यह खिलाड़ी भविष्य में भारतीय टीम की रीढ़ साबित हो सकता है।”

ntuser1
Author: ntuser1

Share This

Post your reaction on this news

Leave a Comment

Social Media Auto Publish Powered By : XYZScripts.com