नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को कहा कि वह इस बात से निराश हैं कि अरबपतियों के लिए ऋण माफी को समाप्त करने तथा बचाई गई धनराशि को मध्यम वर्ग और किसानों पर खर्च करने के उनके सुझाव को केंद्रीय बजट 2025-26 में पूरा नहीं किया गया।
केजरीवाल ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘देश के खजाने का एक बड़ा हिस्सा चंद अमीर अरबपतियों के ऋण माफ करने में चला जाता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने मांग की थी कि बजट में ये ऐलान किया जाए कि आगे से किसी अरबपति के कर्ज माफ नहीं किए जाएंगे। इससे बचने वाले पैसे से मध्यम वर्ग के गृह कर्ज और वाहन कर्ज में छूट दी जाए, किसानों के कर्ज़े माफ किए जायें। आयकर और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) आधे किए जायें। मुझे दुख है कि ये नहीं किया गया।’’
संसद में अपना लगातार 8वां बजट पेश करते हुए, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) सीमा बढ़ाने और कर कानूनों को सरल बनाने सहित ‘‘अगली पीढ़ी’’ के सुधारों का खाका पेश किया।
मध्यम वर्ग को राहत देते हुए सीतारमण ने बजट में 12 लाख रुपये तक की वार्षिक आय को आयकर से छूट दी तथा कर स्लैब में फेरबदल किया।





