संजय मिश्र
निश्चय टाइम्स देवरिया। उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले भलुअनी थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली खौफनाक घटना सामने आई है, जहां एक सिपाही ने अपने सगे भतीजे की बलि दे दी। इस मामले में पुलिस ने सिपाही और ओझा समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि गोंडा में तैनात सिपाही इंद्रजीत गोंड पर भूत-प्रेत का साया आने की बात कहकर उसके मामा जयप्रकाश ने बलि देने की सलाह दी थी।
पुलिस ने किया घटना का खुलासा
पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर घटना का पर्दाफाश करते हुए बताया कि पटखौली गांव निवासी योगेश कुमार गोंड का 9 वर्षीय पुत्र आयुष गोंड 16अप्रैल की शाम घर से और गायब हो गया। इस मामले में परिजनों ने अपहरण का केस दर्ज कराया।जांच में जुटी पुलिस ने उत्तर प्रदेश पुलिस, गोंडा में तैनात सिपाही सगे फूफा इंद्रजीत गोंड निवासी पैकौली थाना सुरौली को गिरफ्तार करते हुए पूछताछ शुरू की। पहले तो वह पुलिस को इधर उधर घूमता रहा। लेकिन कड़ाई से पूछताछ में वह टूट गया। पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि वह अपने मामा जयप्रकाश निवासी डुमरी थाना मदनपुर जो तांत्रिक है।उसने झाड़- फूंक की और बलि देने को कहा।16 अप्रैल को इंद्रजीत के कहने पर उसके साढ़ू शंकर गोंड ने आरुष का अपहरण कर लिया और तीन दिन तक बड़हलगंज में किराये के एक मकान में रखा।तीन दिन बाद19 अप्रैल की रात सदर कोतवाली के पिपरा चंद्रभान निवासी इंद्रजीत, जयप्रकाश, शंकर गोंड और भीम के साथ मिलकर 9 वर्षीय आरुष गोंड की बलि दे दी।
– शव को ठिकाने लगाना: बलि देने के बाद शव को दफन कर दिया गया और बाद में सरयू नदी में फेंक दिया गया, जिससे शव बरामद नहीं हो सका।
– पुलिस की कार्रवाई: पुलिस ने शक के आधार पर इंद्रजीत गोंड को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिसमें उसने घटना का खुलासा किया। पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने इस जघन्य हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि इंद्रजीत गोंड पर भूत-प्रेत का साया आने की बात कहकर उसके मामा जयप्रकाश ने बलि देने की सलाह दी थी। पुलिस ने घटना के पर्दाफाश का ब्लू प्रिंट पहले ही तैयार कर लिया था और शनिवार को पूरे प्रकरण का खुलासा कर दिया।
