मीठी नदी घोटाले में बॉलीवुड अभिनेता डिनो मोरिया की मुश्किलें बढ़ गई हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उन्हें समन जारी कर अगले हफ्ते पूछताछ के लिए पेश होने को कहा है। यह मामला करीब 65 करोड़ रुपये के कथित मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा हुआ है, जो मुंबई महानगरपालिका (BMC) द्वारा मीठी नदी की सफाई के लिए किराए पर ली गई मशीनों की खरीद-फरोख्त से संबंधित है।
डिनो मोरिया के अलावा उनके भाई और कुछ बीएमसी अधिकारियों समेत कुल आठ लोगों को ईडी ने समन भेजा है। इन सभी को अलग-अलग दिनों में पेश होकर धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत बयान दर्ज कराने होंगे। बताया जा रहा है कि ईडी ने इससे पहले डिनो मोरिया और उनके भाई के मुंबई स्थित ठिकानों पर छापेमारी भी की थी।
ईडी की यह कार्रवाई मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) द्वारा पहले की गई पूछताछ के बाद सामने आई है। डिनो मोरिया कुछ दिन पहले ही EOW के दफ्तर जाकर अपना बयान दर्ज करा चुके हैं। ईडी द्वारा अब उनके खिलाफ शिकंजा कसना यह दर्शाता है कि एजेंसियों को उनके और अन्य आरोपियों की भूमिका को लेकर कुछ महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे हैं।
क्या है मीठी नदी घोटाला?
यह घोटाला मुंबई महानगरपालिका (BMC) द्वारा मीठी नदी की सफाई में इस्तेमाल की जाने वाली स्लज पुशर और ड्रेजिंग मशीनों की खरीद से जुड़ा है। आरोप है कि ये मशीनें कोच्चि स्थित मैटप्रॉप टेक्निकल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी से जरूरत से कहीं अधिक दामों पर किराए पर ली गईं। इस पूरी प्रक्रिया में कई वित्तीय अनियमितताएं पाई गईं, जिससे सरकार को कई करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
Author: Sweta Sharma
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