लखनऊ, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि हाल ही में लागू हुए ‘नेक्स्ट जेन जीएसटी रिफॉर्म’ ने आम जनता को बड़ी राहत दी है। हजरतगंज स्थित यूनिवर्सल बुकसेलर के पास आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने बताया कि इन सुधारों के बाद विद्यार्थियों की पढ़ाई से लेकर घरेलू सामान तक की कीमतें कम हुई हैं। खासतौर पर नोटबुक और पेंसिल पर जीएसटी शून्य कर दिए जाने से छात्रों और अभिभावकों को सीधी राहत मिली है।
सीएम योगी ने कहा कि शारदीय नवरात्रि के प्रथम दिन से लागू यह रिफॉर्म बाजार में नई ऊर्जा लेकर आया है। घटे हुए जीएसटी रेट्स का फायदा उपभोक्ताओं, व्यापारियों और उद्यमियों—सभी को मिलेगा। उनके अनुसार, यह बदलाव न केवल महंगाई पर नियंत्रण में सहायक होंगे बल्कि रोजगार सृजन और बाजार की मजबूती का मार्ग भी प्रशस्त करेंगे।
यूपी को सबसे अधिक लाभ
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा उपभोक्ता राज्य है। ऐसे में जीएसटी रिफॉर्म का सीधा फायदा यहां के व्यापारियों और उपभोक्ताओं को मिलेगा। उन्होंने बताया कि जीएसटी लागू होने के बाद देशभर का कलेक्शन 7 लाख करोड़ से बढ़कर 22 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गया है। वहीं, यूपी का राजस्व भी 49 हजार करोड़ से बढ़कर 1.15 लाख करोड़ रुपए से अधिक हो गया है। यह आंकड़े बताते हैं कि नए रिफॉर्म ने आर्थिक मजबूती की दिशा में बड़ी भूमिका निभाई है।
महंगाई से राहत की उम्मीद
सीएम योगी ने हजरतगंज मार्केट का दौरा किया और व्यापारियों व उपभोक्ताओं से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने जीएसटी रिफॉर्म से जुड़े पंपलेट और बैनर वितरित किए। उन्होंने दुकानदारों से संवाद करते हुए कहा कि इन सुधारों का उद्देश्य आम आदमी को राहत देना है। ज्यादातर घरेलू सामान पर कर दरें घटाकर शून्य या 5 प्रतिशत कर दी गई हैं। इससे महंगाई से जूझ रहे परिवारों को सीधी मदद मिलेगी।
अर्थव्यवस्था के लिए बड़ा कदम
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह रिफॉर्म भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अत्यंत आवश्यक थे। न सिर्फ व्यापार को गति मिलेगी बल्कि रोज़गार के अवसर भी बढ़ेंगे। उन्होंने विश्वास जताया कि यूपी समेत पूरे देश की अर्थव्यवस्था इन सुधारों से नई ऊंचाई पर पहुंचेगी।
