UPPCL ने ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के लिए बिजली दरों में ऐतिहासिक वृद्धि का प्रस्ताव UPERC को सौंपा
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जुलाई में होगी UPERC में सार्वजनिक सुनवाई, पारित हुआ तो महंगाई की दोहरी मार
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शहरी इलाकों में 300 यूनिट के बाद दर 9 रुपये और कुल बिल 13 रुपये प्रति यूनिट तक
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ग्रामीण उपभोक्ताओं के लिए 100 यूनिट की दर 3.35 से बढ़कर 4.50 रुपये होने की संभावना
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नया कनेक्शन भी महंगा—25 से 30 प्रतिशत तक बढ़ेगा शुल्क
निश्चय टाइम्स, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं पर महंगाई का एक और बड़ा झटका लग सकता है। उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPPCL) ने बिजली दरों में भारी इजाफे का प्रस्ताव उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग (UPERC) के समक्ष पेश किया है। इस प्रस्ताव के अनुसार, ग्रामीण इलाकों में बिजली दरों में 45% तक और शहरी क्षेत्रों में 40% तक की वृद्धि की संभावना जताई गई है।
पावर कॉर्पोरेशन के संशोधित प्रस्ताव के मुताबिक, ग्रामीण घरेलू उपभोक्ताओं के लिए 40 से 45 प्रतिशत और शहरी घरेलू उपभोक्ताओं के लिए 35 से 40 प्रतिशत तक की दरें बढ़ सकती हैं। इसके साथ ही, नए बिजली कनेक्शन लेने की लागत में भी 25 से 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा गया है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह ऊर्जा क्षेत्र के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी दर वृद्धि हो सकती है। शहरी इलाकों में अधिक बिजली खपत करने वाले उपभोक्ताओं को अब 13 रुपये प्रति यूनिट तक चुकाने पड़ सकते हैं। वर्तमान में 100 यूनिट तक बिजली उपयोग करने वालों से 5.50 रुपये प्रति यूनिट लिया जाता है, जो प्रस्ताव पारित होने पर बढ़कर 6.50 रुपये प्रति यूनिट हो जाएगा।
इसी तरह, 300 यूनिट से अधिक बिजली खपत करने वाले उपभोक्ताओं का वर्तमान दर 6.50 रुपये प्रति यूनिट से बढ़कर 9 रुपये प्रति यूनिट हो सकती है। इसके अलावा, फिक्स्ड चार्ज, विद्युत कर और अन्य टैक्स मिलाकर कुल खर्च 12 से 13 रुपये प्रति यूनिट तक पहुंच सकता है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी बिजली महंगी होने जा रही है। अभी तक 100 यूनिट तक खपत करने वाले उपभोक्ताओं को 3.35 रुपये प्रति यूनिट देना पड़ता है, जो बढ़कर 4.50 रुपये प्रति यूनिट हो सकता है। वहीं, 300 यूनिट से ज्यादा उपयोग करने वाले ग्रामीण उपभोक्ताओं के लिए मौजूदा दर 5.50 रुपये प्रति यूनिट से बढ़कर 8 रुपये प्रति यूनिट हो सकती है।
