प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भुवनेश्वर में ‘उत्कर्ष ओडिशा, मेक इन ओडिशा कॉन्क्लेव’ का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत की तेज प्रगति केवल कच्चे माल के निर्यात से संभव नहीं है, बल्कि इसके लिए एक सशक्त औद्योगिक इकोसिस्टम की आवश्यकता है।
जनता मैदान में आयोजित इस कार्यक्रम में वेदांता समूह के चेयरमैन अनिल अग्रवाल, आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला और जिंदल स्टील एंड पावर के चेयरमैन नवीन जिंदल सहित उद्योग जगत की कई बड़ी हस्तियां शामिल हुईं। इस सम्मेलन में करीब 7,500 कारोबारी प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। प्रधानमंत्री ने ओडिशा को पूर्वी भारत के विकास का ग्रोथ इंजन बताते हुए कहा कि यह राज्य प्राचीनकाल से व्यापार और औद्योगिक केंद्र रहा है।
पीएम मोदी ने कहा, “भारत बिखरी हुई और आयात आधारित सप्लाई चेन पर भरोसा नहीं कर सकता। हमें अपने देश में एक सशक्त सप्लाई चेन विकसित करनी है। इसके लिए उद्योगों और MSMEs को मिलकर काम करना होगा।”
प्रधानमंत्री ने ओडिशा की प्राकृतिक सुंदरता और औद्योगिक क्षमता को सराहते हुए कहा, “ओडिशा, नए भारत के आशावाद और मौलिकता का प्रतीक है।” उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार, ओडिशा के विकास के लिए हरसंभव सहयोग दे रही है।
प्रधानमंत्री ने विश्वास जताया कि ओडिशा जल्द ही विकास की नई ऊंचाइयों को छूएगा। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने भी इस मौके पर कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में ओडिशा की दशा और दिशा बदल रही है।
Author: Sweta Sharma
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