संजय मिश्र
निश्चय टाइम्स देवरिया। उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में बारिश नहीं होने से किसानो को सूखे के संकट का डर सता रहा है।किसान हताश है , परेशान है।किसान अपने निजी पंपिंग सेट इंजन से पानी चला कर खेतों में रोप गए धान की फसलों को बचाने की जद्दोजहद में लगे हुए हैं।किसान खेतों में पानी चलाते – चलते थक गए हैं। जिले में बारिश नहीं होने की वजह से धान के खेतों में दरारे पड़ चुकी है। धान के पौधे गर्मी के चलते जल गए हैं। वही बिजली विभाग के कर्मचारी और अधिकारी किसानों के उत्पीड़न करने में लगे हुए हैं। इसी मामले में देवरिया सदर विधायक डॉ. शलभ मणि त्रिपाठी ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर बिजली विभाग के कर्मचारियों पर अवैध वसूली का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि कृषि कनेक्शन के नाम पर कर्मचारियों द्वारा रिश्वत मांगी जा रही है और कमिशन के बिना काम नहीं किया जा रहा है।
विधायक ने जांच कराने और दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। साथ ही उन्होंने ईमानदार और तत्पर कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने का सुझाव दिया है। सदर विधायक ने पूरे मामले की गंभीरता से जांच कराने की मांग की है तथा दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी प्रशासनिक और अनुशासनात्मक कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा है। उन्होंने ईमानदार और तत्पर अधिकारी एवं कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने का सुझाव दिया है। डॉ. शलभ मणि त्रिपाठी का कहना है कि उत्तर प्रदेश सरकार किसानों के हित में कई योजनाएं चला रही है, जिनमें मुफ्त सिंचाई हेतु विद्युत कनेक्शन भी शामिल है। ऐसे में कर्मचारियों द्वारा किसानों को परेशान करना सरकार की मंशा और किसानों की मेहनत पर पानी फेरने जैसा होगा। जिले के किसानों का कहना है कि धान की रोपाई में जितना पैसा लगाया है सब डूब गया है। बारिश नहीं होने की वजह से धान की फसलें जल चुकी हैं , ऐसे में सरकार से यही मांग है कि सरकार जिले को सूखा घोषित करे और किसानों को मुआवजा दे।
