दिल का दौरा पड़ने से 75 वर्षीय निर्देशक ने ली अंतिम सांस
‘गुलाम-ए-मुस्तफा’ और ‘तीसरा कौन?’ जैसी फिल्मों से बनाई थी अलग पहचान
फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर
निश्चय टाइम्स, डेस्क। हिंदी सिनेमा के जाने-माने फिल्म निर्देशक पार्थो घोष का सोमवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। 75 वर्षीय पार्थो घोष ने मुंबई के मढ़ आइलैंड स्थित अपने घर में अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर सामने आते ही फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है। इस दुःखद खबर की पुष्टि अभिनेत्री ऋतुपर्णा सेनगुप्ता ने सोशल मीडिया पर भावुक पोस्ट के ज़रिए की। उन्होंने लिखा, “बहुत दुखी हूं। हमने एक बेहतरीन फिल्ममेकर और एक नेकदिल इंसान को खो दिया। पार्थो दा, आपने जो सिनेमाई जादू रचा, वो हमेशा याद रहेगा।”
पार्थो घोष ने अपने करियर की शुरुआत वर्ष 1985 में बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर की थी। कड़ी मेहनत और संघर्ष से उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाई। उन्होंने अपने करियर में थ्रिलर, रोमांस, ड्रामा और एक्शन जैसे कई शैलियों में काम करते हुए 15 से अधिक फिल्मों का निर्देशन किया। उनकी प्रमुख फिल्मों में ‘तीसरा कौन?’, ‘गुलाम-ए-मुस्तफा’, ‘युगपुरुष’, और ‘एक सेकंड… जो ज़िंदगी बदल दे?’ जैसी चर्चित फिल्में शामिल हैं। इन फिल्मों से उन्होंने अपनी गहरी सोच और सिनेमा के प्रति समर्पण को दर्शाया। 1996 में नाना पाटेकर, जैकी श्रॉफ और मनीषा कोइराला अभिनीत फिल्म ‘अग्नि साक्षी’ का उन्होंने निर्देश किया। वर्ष 2018 में उन्होंने ‘मौसम इकरार के दो पल प्यार के’ से वापसी की, जो भले ही ज्यादा सफल नहीं रही, लेकिन उसमें भी उनका सिनेमा से प्यार साफ नज़र आया। पार्थो घोष का यूं अचानक चले जाना फिल्म जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनके योगदान को लंबे समय तक याद किया जाएगा।





