दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा; दुनिया ने जताई चिंता
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच एक बार फिर सीमा पर हिंसक झड़पें शुरू हो गई हैं। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अंगूर अड्डा, बाजौर, कुर्रम, दीर, चित्राल, खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान के बरामचा इलाके समेत कई अग्रिम चौकियों पर दोनों देशों की सेनाओं के बीच गोलीबारी हुई। बताया जा रहा है कि यह संघर्ष शनिवार रात अफगान तालिबान की ओर से पाकिस्तानी सीमा चौकियों पर की गई गोलीबारी के बाद शुरू हुआ था, जिसमें पांच पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हुई थी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तानी सेना ने जवाबी कार्रवाई में अफगानिस्तान की कई चौकियों को निशाना बनाया है। एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इन हमलों में कई अफगानी सैनिक और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के आतंकी मारे गए हैं। हालांकि, अब तक दोनों ओर से मृतकों और घायलों की आधिकारिक संख्या जारी नहीं की गई है।
पाकिस्तान का आरोप है कि अफगान तालिबान की मदद से टीटीपी के आतंकियों को सीमा पार कर पाकिस्तान में घुसपैठ कराने की कोशिश की जा रही है। हाल के वर्षों में टीटीपी ने पाकिस्तान में कई बड़े आतंकी हमले किए हैं, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव लगातार बढ़ता गया है। पाकिस्तान ने हाल ही में काबुल में हवाई हमले कर टीटीपी ठिकानों को निशाना बनाया था, जिसके जवाब में अफगानिस्तान ने पाकिस्तानी चौकियों पर गोलाबारी की। कुनार, नांगरहार, पक्तिका, खोश्त और हेलमंद इलाकों में गोलीबारी की पुष्टि हुई है।
संघर्ष बढ़ने के बाद दुनिया भर से शांति की अपीलें की जा रही हैं। अमेरिका के पूर्व राजनयिक जालमे खालिजाद ने दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव पर चिंता जताई है। सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने भी संयम बरतने की अपील करते हुए कहा कि दोनों पक्ष शांति बनाए रखें और क्षेत्रीय स्थिरता को खतरे में न डालें। रियाद ने मध्यस्थता के लिए सहायता देने का प्रस्ताव भी दिया है।
इस बीच पाकिस्तान आंतरिक अस्थिरता से भी जूझ रहा है। तहरीक-ए-लबैक पाकिस्तान (टीएलपी) संगठन के समर्थक फिलिस्तीन के समर्थन में इस्लामाबाद तक मार्च निकाल रहे हैं, जो हिंसक हो गया। पुलिस फायरिंग में कई प्रदर्शनकारियों की मौत हुई, लेकिन आंदोलन अभी जारी है। इससे पाकिस्तान में आंतरिक तनाव और बढ़ गया है।
