पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की अंतिम यात्रा बुधवार को संपन्न हो रही है। उनका पार्थिव शरीर निगम बोध घाट पहुंच चुका है, जहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। अंतिम संस्कार में उनके परिवार, करीबी मित्रों, और देश की शीर्ष राजनीतिक हस्तियों के साथ बड़ी संख्या में जनता भी शामिल हो रही है।
निगम बोध घाट पर उमड़ी भीड़
पूर्व प्रधानमंत्री का पार्थिव शरीर बुधवार सुबह उनके आधिकारिक आवास से निगम बोध घाट के लिए रवाना हुआ। उनके अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। कई नेता, उनके समर्थक और नागरिक उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए पहुंचे।
राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
डॉ. मनमोहन सिंह के सम्मान में पूरे देश में दो दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है। निगम बोध घाट पर उन्हें तोपों की सलामी दी जाएगी। उनके अंतिम संस्कार के दौरान भारतीय सेना के जवानों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

देश ने खोया एक महान नेता
डॉ. मनमोहन सिंह को देश के आर्थिक सुधारों का शिल्पकार माना जाता है। प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने 10 वर्षों तक देश का नेतृत्व किया और विकास की नई राहें खोलीं। उनके निधन से राजनीतिक और आर्थिक जगत में शोक की लहर है।
नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, और भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने डॉ. सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की। पीएम मोदी ने कहा, “मनमोहन सिंह जी का योगदान देश की प्रगति के लिए हमेशा याद रखा जाएगा।”
जनता की अंतिम विदाई
डॉ. मनमोहन सिंह को अंतिम विदाई देने के लिए हजारों लोग सड़कों पर उमड़ पड़े। उनके कार्यकाल के दौरान शुरू किए गए आर्थिक सुधारों और जनहितकारी योजनाओं को लेकर लोगों ने उनका स्मरण किया।
डॉ. मनमोहन सिंह का जाना देश के लिए एक बड़ी क्षति है। उनके विचार और योगदान देशवासियों के लिए प्रेरणा बने रहेंगे। निगम बोध घाट पर उनकी अंतिम यात्रा में उमड़ी भीड़ इस बात का प्रतीक है कि उन्होंने लोगों के दिलों में एक विशेष स्थान बनाया था।
Author: Sweta Sharma
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