-प्रदर्शनी में अटल से मोदी तक के योगदान का हुआ उल्लेख
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के स्थापना दिवस के अवसर पर लखनऊ स्थित भाजपा मुख्यालय में एक विशेष प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शनी का उद्घाटन प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने फीता काटकर किया। कार्यक्रम में भाजपा के ऐतिहासिक योगदान, नीतियों और विचारधारा को समर्पित विभिन्न चित्रों, दस्तावेजों और पोस्टरों के माध्यम से पार्टी के वैचारिक और राजनीतिक सफर को दर्शाया गया।
प्रदर्शनी की शुरुआत श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय और अटल बिहारी वाजपेयी की तस्वीरों से हुई, जिन्होंने जनसंघ से लेकर भाजपा तक पार्टी को वैचारिक आधार प्रदान किया। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान को विशेष रूप से प्रदर्शनी में स्थान दिया गया। 1977 में उनके शपथ ग्रहण, जनसभाओं की तस्वीरें, पारिवारिक चित्र, और पुश्तैनी घर की तस्वीरें लोगों का ध्यान आकर्षित कर रही थीं।
प्रदर्शनी में जनसंघ के कानपुर अधिवेशन, 1985 के यूपी चुनाव प्रचार में अटल जी व राजनाथ सिंह की तस्वीर, तथा महाराष्ट्र के 1970 के दंगों के बाद दिए गए भाईचारे के संदेश का भी उल्लेख किया गया। पार्टी के वैचारिक दृढ़ता को दर्शाते हुए एक राष्ट्र, एक राशन कार्ड और अनुच्छेद 370 हटाने जैसे बड़े निर्णयों को भी प्रदर्शनी में प्रमुखता दी गई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व क्षमता, विकासोन्मुख योजनाएं और “सद्भावना, सेवाभाव, संतुलन, संयम और सकारात्मकता” के संदेश को भी इस प्रदर्शनी में दर्शाया गया। “मेक इन इंडिया”, “अमृत काल विजन”, वीआईपी कल्चर को अलविदा कहने वाला पोस्टर, और श्रीराम मंदिर आंदोलन के संघर्षों की गाथा भी लोगों को प्रभावित कर रही थी।
कारगिल विजय दिवस 1999 की वीरता भरी तस्वीरों के साथ-साथ सरदार पटेल, जेपी नड्डा, राजनाथ सिंह और अमित शाह की तस्वीरें भी प्रदर्शनी में शामिल थीं। कार्यक्रम में भारी संख्या में कार्यकर्ता और नेता पहुंचे और भाजपा के इतिहास, विचार और विजन को देखने और समझने का अवसर पाया। यह प्रदर्शनी न केवल भाजपा के गौरवशाली इतिहास की झलक देती है, बल्कि भविष्य की दिशा भी स्पष्ट करती है।

Author: Sweta Sharma
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