बदायूं में जामा मस्जिद और नीलकंठ महादेव मंदिर के विवाद में सुनवाई मंगलवार को नहीं हो सकी। जिले के एक अधिवक्ता के निधन के कारण न्यायिक कार्य से विरत रहने के चलते इस मामले की सुनवाई 17 दिसंबर तक के लिए टल गई।
क्या है मामला?
यह विवाद अखिल भारतीय हिंदू महासभा के प्रदेश संयोजक मुकेश पटेल द्वारा 2022 में दायर किए गए वाद पर आधारित है। मुकेश पटेल ने दावा किया था कि नीलकंठ महादेव मंदिर को तोड़कर जामा मस्जिद बनाई गई थी। इस मामले की सुनवाई पहले से ही शुरू हो चुकी थी और 30 नवंबर से इंतजामिया कमेटी की ओर से बहस की प्रक्रिया शुरू की गई थी।
पुरात्व विभाग की रिपोर्ट और सरकारी पक्ष की बहस
इस मामले में अब तक सरकारी अधिवक्ता की तरफ से पूरी बहस पूरी हो चुकी है, और पुरात्व विभाग की रिपोर्ट भी पेश की जा चुकी है। इसके बाद, इंतजामिया कमेटी की ओर से 3 दिसंबर को सुनवाई हुई थी और फिर अगली तारीख 10 दिसंबर को तय की गई थी, लेकिन अधिवक्ता के निधन के कारण सुनवाई स्थगित हो गई।
अब क्या होगा?
अब इस मामले की सुनवाई 17 दिसंबर को होगी। इस दिन अदालत में मामले की और गहन बहस की संभावना है, जिसमें दोनों पक्षों के अधिवक्ता अपने-अपने तर्क पेश करेंगे।

Author: Sweta Sharma
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