लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन सदन में जमकर हंगामा हुआ। मंगलवार को प्रश्नकाल के दौरान समाजवादी पार्टी के विधायक फहीम इरफान ने जल जीवन मिशन के तहत गांवों में पानी पहुंचाने की योजनाओं पर सवाल उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि ग्रामीण क्षेत्रों में आधे-अधूरे काम छोड़ दिए गए हैं, कई जगह टंकियां गिर गई हैं और बहुत से गांवों में पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है। यह सुनकर जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह नाराज़ हो गए और जवाब देते हुए बोले, “विधायक साहब अपनी बीवी की कसम खाकर कहें कि आपके गांव में पानी नहीं आ रहा है।” इस पर फहीम इरफान ने तुरंत कहा कि “बिलकुल नहीं आ रहा।” उन्होंने चुनौती दी कि पश्चिमी यूपी का कोई भी जिला चुन लें, वहां के गांवों में पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है। अगर उनका दावा गलत निकला तो वे इस्तीफा देने को तैयार हैं।
मंत्री ने पलटवार करते हुए कहा कि विधायक, सरपंच या स्थानीय लोगों से फोन पर बात कर सच्चाई पता कर सकते हैं। वहीं, सपा विधायक ने कहा कि जल जीवन मिशन को लेकर सदन के कई सदस्य निराश हैं। पानी के कम प्रेशर के कारण ग्रामीणों को घंटों इंतजार करना पड़ता है। उनका आरोप था कि सरकार के दावे और जमीनी हकीकत में भारी अंतर है।
इस बहस का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें मंत्री और विधायक के बीच तीखी नोकझोंक देखी जा सकती है। कई यूजर्स ने इस बयानबाजी को लेकर अपनी प्रतिक्रियाएं दीं, वहीं कुछ ने इसे राजनीतिक बयानबाजी का हिस्सा बताया।
फहीम इरफान का राजनीतिक सफर
फहीम इरफान मुरादाबाद की बिलारी विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक हैं। वह उत्तर प्रदेश की 18वीं विधानसभा के सदस्य हैं और इससे पहले 17वीं और 16वीं विधानसभा में भी प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। उनके पिता हाजी मोहम्मद इरफान भी बिलारी से विधायक रह चुके हैं। फहीम इरफान ने मुरादाबाद के केजीके कॉलेज से एलएलबी की डिग्री हासिल की है और वह लंबे समय से क्षेत्रीय मुद्दों पर मुखर रहे हैं।

Author: Sweta Sharma
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