एलडीए में कैंसर पीड़ित की मार्मिक गुहार
नक्शा पास कराने को कैंसर और हार्ट पेशेंट ने भावुक होकर सुनाई आपबीती
वीडियो में छलकते आंसू और कांपती आवाज़ ने उठाई जवाबदेही की मांग
निश्चय टाइम्स, लखनऊ। लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) के प्राधिकरण दिवस के दौरान शुक्रवार को एक कैंसर और हृदय रोग से पीड़ित व्यक्ति ने खुले मंच से अपनी दर्दभरी आपबीती सुनाकर सबको भावुक कर दिया। पीड़ित ने बताया कि वह अक्टूबर 2024 से एलडीए के चक्कर काट रहा है, लेकिन अब तक उसका नक्शा पास नहीं हुआ है, जबकि उसने सभी जरूरी एनओसी विभागों से पहले ही ले ली हैं।
भावुक होकर बोलते हुए पीड़ित ने कहा, “मैं कैंसर का मरीज हूं, हार्ट का पेशेंट भी हूं। अब थक चुका हूं… हार चुका हूं। जिंदगी से नहीं, सिस्टम से हार गया हूं।” उन्होंने इशारों में यह भी आरोप लगाया कि एलडीए में बिना ‘चढ़ावा’ के कोई काम नहीं होता। “जितना कहा गया, उतना दे रहा हूं… बस काम हो जाए,” इस कथन ने व्यवस्था की पारदर्शिता और जवाबदेही पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
गौरतलब है कि एलडीए उपाध्यक्ष द्वारा बीते समय में कई प्रक्रियाओं को सरल और पारदर्शी बनाने के लिए संशोधन किए गए हैं। बावजूद इसके, यह मामला दर्शाता है कि जमीनी स्तर पर आम नागरिक अब भी लालफीताशाही और अनावश्यक प्रक्रियाओं से परेशान हैं। वीडियो में पीड़ित की कांपती आवाज और आंखों से बहते आंसू केवल एक व्यक्ति की पीड़ा नहीं, बल्कि उस वास्तविकता की तस्वीर हैं, जहां नियमों और सुधारों के बावजूद आमजन को इंसाफ के लिए संघर्ष करना पड़ता है। यह प्रकरण एक बार फिर याद दिलाता है कि सिस्टम में बदलाव तब ही सार्थक होगा, जब आम आदमी राहत महसूस करे, न कि थककर हार मान ले।





