‘आई लव मोहम्मद’ पोस्टर विवाद से उपजे धार्मिक और राजनीतिक तनाव के बीच अब वाराणसी में एक नया घटनाक्रम सामने आया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के जिलाध्यक्ष अमन सोनकर ने शहर के कई प्रमुख चौराहों पर ‘आई लव बुलडोजर’ के पोस्टर और बैनर लगवाए हैं। इन बैनरों को लेकर स्थानीय स्तर पर चर्चाओं का दौर तेज हो गया है।
अमन सोनकर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि यह संदेश उन लोगों के लिए है, जो उत्तर प्रदेश में अशांति फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार है और यहाँ अशांति बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि कोई प्रदेश का माहौल बिगाड़ने की कोशिश करेगा, तो उसके खिलाफ बुलडोजर कार्रवाई होगी।”
यह विवाद सबसे पहले कानपुर में बारावफात जुलूस के दौरान शुरू हुआ था, जहाँ ‘आई लव मोहम्मद’ बैनर लगाए गए थे। पुलिस ने उन्हें हटाया तो विरोध शुरू हो गया और धीरे-धीरे यह मामला बरेली, लखनऊ सहित अन्य जिलों तक फैल गया। इसके बाद हिंदू संगठनों ने जवाबी रूप में ‘आई लव महादेव’ के बैनर लगाए।
स्थिति तब और बिगड़ी जब बरेली में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया। इस घटना में 10 पुलिसकर्मी घायल हो गए और पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। हिंसा भड़काने के आरोप में इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा को गिरफ्तार कर फतेहगढ़ जेल भेज दिया गया। उनके खिलाफ सात से अधिक मामले दर्ज हुए, जबकि कुल 10 एफआईआर में आठ अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ निर्देश दिए हैं कि आस्था के नाम पर माहौल बिगाड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। इसके चलते सुरक्षा एजेंसियाँ सतर्क हैं और वाराणसी सहित अन्य जिलों में पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है।
