नई दिल्ली : भारत और कुवैत ने अपने द्विपक्षीय संबंधों को और सशक्त बनाने और समग्र सहयोग को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त आयोग गठित करने का निर्णय लिया है। इस कदम का उद्देश्य दोनों देशों के बीच राजनीतिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और अन्य क्षेत्रों में सहयोग को नया आयाम देना है। यह निर्णय हाल ही में कुवैत में भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर की कुवैत यात्रा के दौरान लिया गया।
संयुक्त आयोग का गठन दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। इसके माध्यम से विभिन्न पहलुओं पर सहयोग बढ़ाने के लिए नियमित बैठकें आयोजित की जाएंगी। यह आयोग न केवल व्यापार और निवेश, बल्कि सुरक्षा, ऊर्जा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, शिक्षा और सांस्कृतिक संबंधों को भी बढ़ावा देगा।
भारत और कुवैत के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध बहुत पुराने हैं। कुवैत में भारतीय समुदाय की बड़ी संख्या है, जो आर्थिक और सामाजिक योगदान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके अलावा, कुवैत भारत का एक महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदार है, विशेष रूप से पेट्रोलियम और ऊर्जा क्षेत्रों में।
इस संयुक्त आयोग का उद्देश्य केवल व्यापारिक दृष्टिकोण से नहीं, बल्कि लोगों के बीच समझ और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को भी बढ़ावा देना है। इसके तहत, दोनों देशों के नागरिकों के बीच पर्यटन, शिक्षा, और व्यवसाय के अवसरों को बढ़ाने के प्रयास किए जाएंगे।
यह कदम भारत और कुवैत के बीच रणनीतिक और समग्र साझेदारी को नई दिशा देने में मदद करेगा।
