भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर अपने प्रवास के अंतिम चरण में किसान बन गए हैं। उन्होंने पेट्री डिश में मेथी और मूंग के बीज उगाकर इतिहास रच दिया है। ये बीज फिलहाल ISS के फ्रीजर में संरक्षित किए गए हैं और उनकी तस्वीरें भी साझा की गई हैं। शुभांशु, एक्सिओम-4 मिशन के तहत 26 जून से ISS पर हैं और अब तक 12 दिन का प्रवास पूरा कर चुके हैं। अगर मौसम ने साथ दिया, तो उनकी धरती पर वापसी 10 जुलाई के बाद कभी भी हो सकती है। हालांकि नासा ने अभी ISS से उनकी वापसी की तारीख औपचारिक रूप से घोषित नहीं की है।
इस प्रयोग का उद्देश्य यह अध्ययन करना है कि सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण (Microgravity) का पौधों के अंकुरण और प्रारंभिक विकास पर क्या प्रभाव पड़ता है। शुभांशु ने इस मिशन के दौरान भारत के वैज्ञानिक समुदाय की ओर से कई शोध कार्य किए हैं। उन्होंने बताया कि उनका यह कार्य विज्ञानियों और शोधकर्ताओं के लिए प्रेरणादायक है। इस प्रयोग का नेतृत्व कर्नाटक के धारवाड़ स्थित कृषि विश्वविद्यालय के रविकुमार होसामणि और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) धारवाड़ के प्रो. सुधीर सिद्धपुरेड्डी कर रहे हैं।
अंतरिक्ष में शैवाल भी ले गए हैं शुभांशु
एक अन्य महत्वपूर्ण प्रयोग के तहत शुभांशु सूक्ष्म शैवाल (microalgae) भी अंतरिक्ष में ले गए हैं। इन शैवालों की भोजन, ऑक्सीजन और जैव ईंधन उत्पन्न करने की क्षमता का अध्ययन किया जा रहा है। एक्सिओम स्पेस के मुताबिक, अंतरिक्ष से लौटने के बाद इन पौधों की अगली पीढ़ियों को उगाकर यह जांचा जाएगा कि उनके आनुवंशिकी, सूक्ष्मजीवी पारिस्थितिकी और पोषण मूल्य में क्या बदलाव आया है।
Author: Sweta Sharma
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