निश्चय टाइम्स, डेस्क। सप्ताह के पहले कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली। सोमवार सुबह बाजार खुलते ही निवेशकों को बड़ा झटका लगा। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का 30 प्रमुख शेयरों वाला सेंसेक्स रेड जोन में खुला और महज दो मिनट के भीतर ही 700 अंकों से ज्यादा की गिरावट के साथ लुढ़क गया। दूसरी ओर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी भी भारी गिरावट के साथ ट्रेडिंग की शुरुआत की।
सुबह के शुरुआती घंटे में ही बाजार का मूड बेहद नकारात्मक रहा। निवेशकों की चिंता तब और बढ़ गई जब देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर 1.50 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार करते नजर आए। इसके अलावा बैंकिंग सेक्टर की दिग्गज कंपनी HDFC बैंक का शेयर 1.60% और टाटा स्टील का शेयर 1.52% गिरावट में रहा। जानकारों का मानना है कि वैश्विक बाजारों में कमजोरी, विदेशी निवेशकों की बिकवाली और घरेलू स्तर पर बढ़ती महंगाई व ब्याज दरों को लेकर चिंता की वजह से निवेशकों का भरोसा डगमगाया है। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि निकट भविष्य में और उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। इस गिरावट ने निवेशकों की पूंजी पर गहरी चोट की है और बाजार की दिशा को लेकर संशय और बढ़ गया है। अब सबकी नजर आने वाले दिनों में रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति और विदेशी संकेतकों पर टिकी है, जिससे बाजार की चाल तय होगी।
भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट के पीछे कई घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कारक जिम्मेदार रहे। सेंसेक्स में शामिल 30 कंपनियों में से एचडीएफसी बैंक, एचसीएल टेक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, इन्फोसिस, टेक महिंद्रा, बजाज फाइनेंस, लार्सन एंड टूब्रो, टाइटन, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) और टाटा स्टील जैसे दिग्गज शेयरों में सबसे अधिक गिरावट दर्ज की गई। इन दिग्गज शेयरों में गिरावट के चलते सेंसेक्स और निफ्टी दोनों पर दबाव बढ़ा और निवेशकों की पूंजी में भारी सेंध लगी। हालांकि, कुछ कंपनियों जैसे हिंदुस्तान यूनिलीवर, अदाणी पोर्ट्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, इंडसइंड बैंक और नेस्ले के शेयरों में थोड़ी बहुत बढ़त जरूर देखने को मिली, जिससे आंशिक संतुलन बना रहा। अंतरराष्ट्रीय बाजारों की बात करें तो एशियाई शेयर बाजारों में भी नकारात्मक रुख छाया रहा।
