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बाबा साहब का अपमान करना भाजपा की संविधान विरोधी सोच को उजागर करता है : सलमान खुर्शीद

लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर सांसद, उप नेता राज्यसभा प्रमोद तिवारी, वरिष्ठ कांग्रेस नेता पूर्व केन्द्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पूर्व मंत्री अजय राय, कांग्रेस सांसद किशोरी लाल शर्मा, सांसद राकेश राठौर ने संयुक्त रूप से प्रेसवार्ता को सम्बोधित किया। इस मौके पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी मीडिया विभाग के चेयरमैन पूर्व मंत्री डॉ. सीपी राय, पूर्व विधायक सतीश अजमानी, प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष, प्रभारी प्रशासन दिनेश कुमार सिंह, मीडिया विभाग के वाइस चेयरमैन मनीष श्रीवास्तव हिंदवी, प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका गुप्ता मुख्य रूप से मौजूद रहीं।

प्रेसवार्ता की शुरूआत करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता पूर्व केन्द्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि पूरे भारतवर्ष में कांग्रेसजनों द्वारा प्रेसवार्ता कर, आम नागरिकों से संपर्क करके केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ. भीमरराव अम्बेड़कर पर आपत्तिजनक और असम्मानजनक टिप्पणी के खिलाफ कांग्रेस कड़े विरोध के क्रम में उनसे इस्तीफे की मांग करती है।

पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि भाजपा नेताओं द्वारा बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेड़कर का अपमान करना उनकी संविधान विरोधी सोच को उजागर करता है, जिसकी कांग्रेस पार्टी घोर निंदा करती है। हम कांग्रेसजन उनकी संविधान विरोधी सोच एवं दलितों के प्रति उनके अनादर का भाव को आम जनमनास के बीच उजागर करेंगे। इसके लिए अपनी भविष्य की रूपरेखा को अंतिम रूप में बेलगाम, कर्नाटक में होने वाली बैठक में देंगे।

उन्होंने कहा कि मामला इतना गंभीर है और और दुखद भी कि हमारे एक प्रमुख महापुरूष जिनको स्मरण कर हम लोकतांत्रिक मूल्यों की लड़ाई लड़ते हैं, जिनकी अगुवाई में हमारा संवैधानिक ढांचा तैयार हुआ। उनके प्रति अमित शाह द्वारा इस्तेमाल किये गये शब्द बहुत पीड़ादायक हैं।

बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेड़कर द्वारा किये गये महान कार्यों के लिए यह देश कृतज्ञ है। हम अपने संविधान निर्माता के प्रति लगातार प्रकट करते हैं मगर दुर्भाग्य यह है कि संघ की मानसिकता से चलने वाली भाजपा हमेशा से ही संविधान विरोधी रही है और अब तो वह खुलकर बाबा साहब का भी अपमान करने लगी है। अगर आज हम खड़े होकर इसका सामना नहीं करेंगे और इसका मुंह तोड़ जवाब नहीं देंगे तो आने वाले समय में इतिहास और आने वाली पीढ़ियां हमको माफ़ नहीं करेंगी।

प्रमोद तिवारी, सांसद, उप नेता राज्यसभा ने कहा है कि ‘‘इण्डिया गठबन्धन’’ कहता था कि भारतीय जनता पार्टी में बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर के प्रति श्रद्धा और आदर नहीं है। इसीलिये भारतीय संविधान लागू होने पर भाजपा ने उसकी प्रतियां जलाई थी। हमने देश की महान जनता को आगाह किया था कि ‘‘दो तिहाई बहुमत’’ आने पर भाजपा सविधान बदल देगी और दलितों तथा पिछड़ों का आरक्षण बदल देगी।

उन्होंने कहा कि भारत देश की महान जनता को बधाई है कि भारतीय जनता पार्टी की तमाम बेईमानियों के बावजूद भी वह 240 की संख्या नहीं पार कर पायी। यदि भाजपा को दो तिहाई बहुमत मिल जाता तो वह देश का संविधान बदल देती। बाबा साहब के प्रति उनकी नफरत और सोच संविधान पर बहस के दौरान केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के भाषण में साफ उजागर हुई। राज्यसभा में मैं उनसे चन्द कदम की दूरी पर बैठा था, मैने उनके एक एक शब्द सुने, उनकी भाव भंगिमा देखी और उनकी बाबा साहब अम्बेडकर के प्रति नफरत का घिनौना स्वरूप भी मैने देखा।

श्री तिवारी ने कहा है कि मैं दावे के साथ कह सकता हूँ कि अमित शाह ही नहीं बल्कि पूरी भारतीय जनता पार्टी में बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर जी के प्रति नफरत, और सांविधान के प्रति अनादर है। मैं उस दिन की घटना का प्रत्यक्षदर्शी गवाह हूँ, जो कुछ उस दिन ‘‘मकर द्वार’’ जो संसद के दोनों सदनों में आने जाने का प्रवेश द्वार है, वहाँ जो कुछ हुआ मैं उसका पल पल का साक्षी हूँ।

श्री तिवारी ने बताया कि पंक्तिबद्ध ढंग से अम्बेडकर की प्रतिमा से होकर प्रियंका गाँधी के साथ एक पंक्ति में महिलायें जो चल रही थी उनके साथ जिस तरह आक्रामक ढंग से अभद्रता पूर्वक धक्का मुक्की की गई, और राज्य सभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को धक्का मारकर गिराया गया वह भारतीय जनता पार्टी की अलोकतांत्रिक तथा अराजकता की संविधान विरोधी घृणित हरकत थी, तथा भारतीय संविधान का अपमान था।

श्री तिवारी ने कहा है कि संसद परिसर में भाजपा सांसदों ने डंडा लेकर हमला किया, असभ्यता की, ओर 2 सांसदों को जबरन अस्वस्थ बताकर अस्पताल में दाखिल कराकर अपनी अपराधिक षडयन्त्र का घिनौना सबूत दिया। मैने लोकसभा अध्यक्ष को लिखकर दिया, खुद एफआईआर दर्ज कराई, मेरे साथ लोक सभा के 15 सांसद थे, किन्तु मेरी एफआईआर नहीं लिखी गयी। उस समय के सारे सीसीटीवी फुटेज निकाले जायें और देश के सामने दिखाये जाये। हमारे 15 सांसदों के हस्ताक्षर युक्त प्रार्थना पत्र पर एफआईआर नहीं लिखी गयी। यह भारतीय कानून का मजाक है और तानाशाही का खुला सुबूत है। भारतीय जनता पार्टी में पूरी तरह तानाशाही है और उसमें लोकतन्त्र नदारद है।

श्री तिवारी ने कहा है कि पहले भाजपा पर आरोप लगता था कि भारतीय जनता पार्टी को लोकतंत्र में विश्वास नहीं है- भारत के संविधान के प्रति विश्वास व आदर नहीं है, लेकिन हाल की घटनाओं पर नजर डालें तो जो कुछ ‘‘मोदी सरकार’’ ने किया है वह फासिज्म का उदाहरण है।

पहला : लोकतन्त्र के इतिहात्त में ऐसा पहली बार हो रहा है कि पहला पूरा सप्ताह सत्ता पक्ष ने सदन नहीं चलने दिया।

दूसरा :- संसद को घेरकर एण्ट्री गेट/ प्रवेश द्वार बन्द कर दिया गया। सदन में इजाजत न होने के बावजूद भी वे अपने पोस्टर में डंडे लगाकर आये और हमारी महिला सांसदों को सदन में नहीं जाने दिया, उनके साथ धक्का मुक्की की गयी। हमारे 83 साल के राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को धक्का देकर गिरा दिया गया।

श्री तिवारी ने कहा है कि अमित शाह द्वारा बाबा साहब अम्बेडकर का अपमान करने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने न तो उनसे इस्तीफा मांगा, और न ही उन्हें मंत्रिमण्डल से बर्खास्त किया बल्कि उन्होंने 6-6 ट्वीट करके अम्बेडकर के अपमान का समर्थन किया अतः नैतिकता के आधार पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी इसके लिये पूरी तरह दोषी हैं।

श्री तिवारी ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी और मोदी सरकार का यह घृणित और निन्दनीय कृत्य भारतीय इतिहास में हमेशा ‘‘काले अध्याय’’ के रूप में जाना जायेगा ।

प्रेसवार्ता में वरिष्ठ कांग्रेस नेता, सांसद किशारी लाल शर्मा ने बताया कि मैं संसद में मौजूद था और यह मेरा आंखों देखा दृश्य है कि प्रदर्शन के दौरान भाजपा के लोगों द्वारा सोची समझी रणनीति के तहत धक्का-मुक्की की गई। प्रदर्शन कर रहे भाजपा सांसदों के हाथों में प्लेकार्ड ही नहीं थे उसमें षड़यंत्र के तहत बांस की डंन्डी भी लगी हुई थी। श्री शर्मा ने बताया कि सदन के अंदर जैसे ही बाबा साहब या संविधान पर कोई बात कांग्रेस सांसदों द्वार बोली जाती है, सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी जाती है। भाजपा के लोग संविधान को समाप्त करने तथा बाबा साहब का नाम इतिहास से मिटा देने की मंशा बना चुके हैं। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 में मिली हार के बाद से ही प्रधानमंत्री मोदी संविधान को माथे पर लगा रहे हैं इससे पूर्व उन्होंने ऐसा कभी भी नहीं किया।

प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए कांग्रेस सांसद राकेश राठौर ने कहा कि हम बाबा साहब और संविधान का अपमान किसी भी कीमत पर बर्दास्त नहीं करेंगे। हम तत्काल उनके इस्तीफे की मांग करते हैं। हम भाजपा के इस घटिाया कृत्य के लिए वृहद स्तर पर इसका विराध करेंगे। इसी क्रम में कल दिनांक 24 दिसंबर 2024 को प्रदेश के सभी जनपदों में बाबा साहब अम्बेड़कर सम्मान मार्च का आयोजन करेंगे एवं गांवों में चौपालों के माध्यम से भाजपा की दलित विरोधी सोच को उजागर करेंगे।

Admin Desk
Author: Admin Desk

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