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आईएनएसवी तारिणी न्यूजीलैंड के लिटलटन से सबसे चुनौतीपूर्ण चरण के लिए रवाना

नई दिल्ली। भारतीय नौसेना का नौकायन पोत (आईएनएसवी) ‘तारिणी’ अपने अभियान के सबसे लंबे और सबसे चुनौतीपूर्ण चरण के लिए दो महिला अधिकारियों को लेकर शनिवार को न्यूजीलैंड के लिटलटन बंदरगाह से रवाना हुआ।

नौसेना के प्रवक्ता ने कहा कि आईएनएसवी तारिणी ने 22 दिसंबर को भारतीय नौसेना के दो अधिकारियों लेफ्टिनेंट कमांडर दिलना के और लेफ्टिनेंट कमांडर रूपा ए. के नेतृत्व में लिटलटन पहुंचकर ऐतिहासिक अभियान के दूसरे चरण को पूरा किया। यह साहसिक अभियान समुद्री अन्वेषण में भारत की बढ़ती शक्ति का प्रतीक है।

उन्होंने बताया कि माओरी समुदाय के कुछ सदस्यों ने अपने पारंपरिक अंदाज में दल का स्वागत किया।

‘नाविका सागर परिक्रमा-दो’ का चालक दल अभियान के तीसरे चरण पोर्ट स्टेनली (फॉकलैंड द्वीप) के लिए शनिवार सुबह लिटलटन बंदरगाह से रवाना हुआ। अधिकारी ने कहा यह लगभग 5,600 समुद्री मील (लगभग 10,400 किमी) की दूरी के साथ अभियान का सबसे लंबा चरण है।

लिटलटन में रहने के दौरान चालक दल ने अगले चरण पर विशेष ध्यान देने के साथ पोत की मरम्मत और रखरखाव का काम किया। अगले चरण में आईएनएसवी तारिणी दक्षिण प्रशांत महासागर को पार करेगा। तीसरे चरण में यह पोत पोर्ट स्टेनली तक पहुंचने के लिए ‘केप हॉर्न’ को पार करने से पहले खतरनाक ड्रेक मार्ग से गुजरेगा।

प्रवक्ता ने कहा कि दक्षिणी महासागर की मौसम प्रणालियों के मद्देनजर टीम तारिणी को 90-110 किलोमीटर प्रति घंटे तक की हवा वाले चुनौतीपूर्ण समुद्री अनुभव का सामना करना पड़ सकता है।

नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने अभियान के तहत साहस, धैर्य और समर्पण दिखाने के लिए ‘तारिणी’ पोत पर सवार दो महिला अधिकारियों को बधाई दी।

Admin Desk
Author: Admin Desk

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