ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय लखनऊ में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर विश्वविद्यालय के प्रांगण में योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।
विदित है कि भारत के प्रधानमंत्री के अथक प्रयासों से संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित, 2014 से प्रत्येक वर्ष 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को पूरे विश्व भर में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है । इस बार *अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस* पूरे उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस वर्ष की थीम एक पृथ्वी एक स्वास्थ्य रही जिसमें एक विश्व कीर्तिमान को स्थापित किया जा रहा है। जहाँ समग्र भारत ने मिलकर योग किया है।
योग कार्यक्रम की इसी श्रृंखला में ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय लखनऊ ने योग दिवस के इस पावन अवसर पर विश्वविद्यालय के प्रागंण में योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें भाषा विश्वविद्यालय के सभी शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी उनके परिवार और विद्यार्थियों के सहयोग से सभी ने मिलकर स्वास्थ्य के संदर्भ में योग को अपने जीवन में शामिल करने का संकल्प लिया ।
योग कार्यक्रम में अलौकिक ने प्रमुख योग मुद्राओं, प्राणायाम और ध्यान सत्रों ने प्रतिभागियों को मानसिक शांति और शारीरिक ऊर्जा का अनुभव कराया। कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने योग के वैज्ञानिक लाभों पर प्रकाश डालते हुए इसे दैनिक जीवन में अपनाने का आह्वान किया।
कार्यक्रम के अन्त में सभी को संबोधित करते हुए भाषा विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. अजय तनेजा ने सभी को योग को अपने जीवन में शामिल करने का आह्वान किया। प्रो. तनेजा ने कहा योग भारत की अमूल्य धरोहर है जिसे न केवल पूरे भारत में बल्कि सारे विश्व में स्वीकार किया गया है। योग न केवल हमारी संस्कृति की पहचान है, बल्कि यह विश्व के लिए भारत का अमूल्य उपहार भी है। यह तन, मन और आत्मा को संतुलित कर स्वस्थ समाज का निर्माण करता है। इसी अवसर पर भाषा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अजय तनेजा ने वृक्षारोपण करते हुए परिसर में “एक पेड़ माँ” के नाम से वृक्षारोपण भी किया ।
भाषा विवि में योग कार्यक्रम का सजीव प्रसारण भी विश्वविद्यालय के अटल सभागार में प्रसारित किया गया। इसके अलावा विश्वविद्यालय के सभी विभागों, एनसीसी, एनएसएस स्वयंसेवक और रोवर्स रेंजर्स के द्वारा भी गोद लिए गांवों में हाईब्रिड मोड में योग साधना और सूर्य नमस्कार कार्यक्रम का अभ्यास कराया गया।
गोद लिए हुए गाँवों में ग्राम वासियों द्वारा भारी संख्या में उपस्थिति दर्ज कराई गई। कार्यक्रम अधिकारी डॉ अभय कृष्णा द्वारा ग्राम चक्करपुरवा, डॉ सायमा अलीम द्वारा ग्राम नहर पुरवा, डॉ ज़फ़रून नक़ी द्वारा जागोरा पुरवा, डॉ पूनम चौधरी द्वारा ग्राम डिगुरिया, डॉ राम दास द्वारा ककौली, डॉ मनीष कुमार द्वारा मुबारकपुर में ग्राम वासियों को योग की विशेषताएँ बताई गई साथ ही सूर्य नमस्कार की ट्रेनिंग दी गई ।
साथ ही इस अवसर पर एक *योग प्रदर्शनी, **निबंध प्रतियोगिता* का भी आयोजन किया गया।
योग के इस कार्यक्र म के अन्त में में भाषा विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. महेश कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। डॉ. महेश ने कहा कि आधुनिकता और आपाधापी के जीवन में योग एक शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए औषधि के समान है। जिसे बच्चे, युवा, महिला और बुजुर्ग सभी के द्वारा किया जा सकता है। योग कार्यक्रम के इस अवसर पर विश्वविद्यालय के वित्त अधिकारी साजिद आज़मी, डॉ. नलिनी मिश्रा, डॉ. शरिक, डॉ बुशरा अलवेरा सहित सभी शिक्षक और उनके परिवारीजन, कर्मचारी और विद्यार्थी भारी तादाद में भौतिक और ऑनलाइन मोड में उपस्थित रहे ।

Author: Sweta Sharma
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