बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को मिली करारी हार के बाद देश की राजनीति में एक बड़ा सवाल उठने लगा है—क्या इस हार का असर INDIA अलायंस की एकता पर पड़ेगा? क्या यह गठबंधन टूटने की कगार पर है? इसी चर्चा के बीच समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का बयान सामने आया है, जिसने इसके जवाब में कई संकेत दे दिए हैं।
बेंगलुरु में मीडिया से बात करते हुए अखिलेश यादव ने कहा,
“कांग्रेस हमारी पार्टनर है, हमारे साथ अलायंस में है। बीजेपी चाहे कुछ भी कहे, लेकिन दोस्त जब परेशानी में हो तो उसे छोड़ना नहीं चाहिए।”
इस बयान से साफ संदेश मिलता है कि सपा प्रमुख गठबंधन को टूटने नहीं देना चाहते और भविष्य में भी इसके साथ रहने के पक्ष में हैं। यह बयान विपक्षी एकता पर उठ रहे संदेहों को काफी हद तक शांत करता है।
बिहार चुनाव में हार और एसआईआर विवाद
बिहार चुनाव में एनडीए की जीत और महागठबंधन की हार के बाद अखिलेश यादव ने चुनाव प्रक्रिया और विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) पर गंभीर सवाल उठाए।
उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में एसआईआर के माध्यम से ऐसा चुनावी खेल खेला गया, जो अब देश के अन्य राज्यों में नहीं हो पाएगा। अखिलेश यादव ने एक्स (Twitter) पर लिखा:
“बिहार में जो खेल SIR ने किया है, वह बंगाल, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और बाकी जगह अब नहीं हो पाएगा, क्योंकि इस चुनावी साजिश का भंडाफोड़ हो चुका है।”
उनके इस बयान से संकेत मिलता है कि विपक्ष इस बार पूरी रणनीति के साथ चुनावों में उतरना चाहता है और किसी भी तरह की अनियमितता को रोकना चाहता है।
‘PPTV’ यानी PDA प्रहरी की नई रणनीति
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि अब विपक्ष पूरी तैयारियों के साथ मैदान में उतरेगा।
उन्होंने कहा:
“हम अब आगे यह खेल इनको नहीं खेलने देंगे। सीसीटीवी की तरह हमारा ‘PPTV’ मतलब PDA प्रहरी भाजपा के मंसूबों को नाकाम करेगा।”
उनका यह संदेश स्पष्ट करता है कि सपा न केवल आने वाले चुनावों में सतर्क रहेगी, बल्कि अपने कार्यकर्ताओं को बूथ स्तर पर भी चौकन्ना रहने का निर्देश देगी।
अखिलेश के बयानों से साफ संकेत मिलता है कि अभी INDIA अलायंस टूटने की स्थिति में नहीं है।
सपा प्रमुख ने यह भी इशारा दिया कि कठिन समय में साथ छोड़ना राजनीतिक और नैतिक रूप से सही नहीं है, जिससे यह साबित होता है कि गठबंधन फिलहाल स्थिर है और आगे भी एकजुट रहने की रणनीति पर काम करेगा।





