निश्चय टाइम्स, डेस्क। जापान के प्रधानमंत्री इशिबा शिगेरु ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। जापानी ब्रॉडकास्टर एनएचके ने रविवार सुबह पहले ही संकेत दिए थे कि इशिबा पद छोड़ने पर विचार कर रहे हैं। कुछ ही घंटे बाद उन्होंने अपने इस्तीफे की घोषणा कर दी। इशिबा का इस्तीफा ऐसे समय आया है जब वह घरेलू राजनीति में कई चुनौतियों और आलोचनाओं का सामना कर रहे थे। खासतौर से जुलाई में उच्च सदन के चुनाव में मिली हार के बाद सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) के भीतर उनकी आलोचना बढ़ गई थी। पार्टी में आंतरिक विवाद और विभाजन को रोकने के लिए इशिबा ने इस्तीफे का रास्ता चुना।
इशिबा ने अक्टूबर 2024 में जापान के प्रधानमंत्री का पद संभाला था। पदभार संभालते समय उन्होंने महंगाई से निपटने, पार्टी सुधार और कई बड़े वादे किए थे। हालांकि सत्ता में आने के बाद उन्हें लगातार चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिसमें एलडीपी पर राजनीतिक धन उगाही घोटालों के आरोप भी शामिल हैं।
68 वर्षीय इशिबा शिगेरु लंबे समय से जापानी राजनीति में सक्रिय हैं। वे 1986 से प्रतिनिधि सभा के सदस्य हैं। इसके अलावा उन्होंने 2007–2008 में रक्षा मंत्री, 2008–2009 में कृषि और मत्स्य पालन मंत्री और 2012–2014 तक एलडीपी के महासचिव के रूप में कार्य किया। इशिबा का राजनीतिक परिवार से गहरा संबंध है। उनके पिता 1958 से 1974 तक तोतोरी प्रान्त के गवर्नर और बाद में जापान के गृह मंत्री रहे। पिता के निधन के बाद इशिबा ने राजनीति में कदम रखा और 29 वर्ष की उम्र में 1986 में एलडीपी से प्रतिनिधि सभा के सदस्य चुने गए। हालांकि प्रधानमंत्री बनने के बाद उनका कार्यकाल एक वर्ष से भी कम रहा।





