- ‘अटल मोहल्ला क्लीनिक’ का नाम बदलने पर सियासी घमासान, भाजपा ने बताया अटल जी का अपमान
रांची। झारखंड सरकार द्वारा ‘अटल मोहल्ला क्लीनिक’ का नाम बदलकर ‘मदर टेरेसा एडवांस्ड हेल्थ क्लीनिक’ रखने के फैसले ने राज्य की राजनीति को गरमा दिया है। भाजपा ने इस निर्णय को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और झारखंड की भावना का अपमान करार दिया है।
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “मदर टेरेसा से कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन वह विदेशी थीं। झारखंड राज्य का निर्माण अटल बिहारी वाजपेयी जी ने किया था। अगर मदर टेरेसा के नाम पर कुछ करना है तो नया बनाएं, किसी का नाम मिटाकर नहीं। इससे मदर टेरेसा की आत्मा को भी शांति नहीं मिलेगी।” उन्होंने आगे आरोप लगाया कि सरकार ने यह फैसला वोट बैंक की राजनीति और धर्मांतरण के एजेंडे के तहत लिया है। उन्होंने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, “कांग्रेस ने वोट बैंक के लिए धर्मांतरण और ध्रुवीकरण का खेल खेला है। अटल जी के नाम पर बने क्लिनिक का नाम विदेशी मदर टेरेसा के नाम पर रखना शर्मनाक है।”
विवाद की जड़ उस कैबिनेट बैठक में है, जिसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने की। बैठक में राज्य के लगभग 140 अटल मोहल्ला क्लीनिक का नाम बदलने का फैसला किया गया। कैबिनेट सचिव वंदना दादेल ने इस बदलाव की पुष्टि करते हुए कहा कि अब ये सभी स्वास्थ्य केंद्र ‘मदर टेरेसा एडवांस्ड हेल्थ क्लीनिक’ के नाम से जाने जाएंगे। यह योजना वर्ष 2019 में पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास की सरकार द्वारा शुरू की गई थी, जिसका उद्देश्य शहरी गरीबों को मुफ्त प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना था।
भाजपा प्रवक्ता अजय शाह ने भी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “अटल बिहारी वाजपेयी झारखंड राज्य के निर्माता थे। उनके नाम को हटाना केवल भारत रत्न का नहीं, झारखंड की आत्मा का भी अपमान है। जनता इस अपमान को स्वीकार नहीं करेगी।” राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि आगामी चुनाव से पहले यह मुद्दा बड़ा राजनीतिक विवाद बन सकता है।
