आगरा। में इन दिनों सियासी पारा चढ़ा हुआ है। समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद रामजीलाल सुमन द्वारा राणा सांगा पर दिए गए विवादित बयान के बाद क्षत्रिय समाज और करणी सेना में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। इसी के चलते करणी सेना ने आज राणा सांगा की जयंती के मौके पर “रक्त स्वाभिमान सम्मेलन” आयोजित करने का ऐलान किया है। यह सम्मेलन आगरा के एत्मादपुर तहसील अंतर्गत कुबेरपुर के पास स्थित गढ़ी रामी में आयोजित किया जाएगा, जिसके लिए प्रशासन से विधिवत अनुमति भी ले ली गई है।
बड़े नेताओं की हो सकती है मौजूदगी
इस सम्मेलन में कई राज्यों से क्षत्रिय समाज के प्रतिनिधि और करणी सेना से जुड़े नेता हिस्सा लेंगे। इसके अलावा संभावित रूप से ब्रज भूषण सिंह, राजा भैया, वीर प्रताप सिंह और सनी सिंह जैसे प्रमुख चेहरे भी कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं। इन संभावित नामों को देखते हुए पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है। कार्यक्रम स्थल के पास हेलिपैड निर्माण की अनुमति भी मांगी गई है, जिससे स्पष्ट है कि कई वीआईपी स्तर के लोग इसमें हिस्सा ले सकते हैं।
त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था
इस सम्मेलन को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस विभाग ने विशेष सतर्कता बरती है। आयोजन स्थल के साथ-साथ पूरे क्षेत्र में त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू की जा रही है। साथ ही, सपा सांसद रामजीलाल सुमन की सुरक्षा में भी इजाफा किया गया है। प्रशासन को आशंका है कि मामला कहीं हिंसक न हो जाए, इसीलिए चप्पे-चप्पे पर निगरानी रखी जा रही है।
‘लोकतांत्रिक तरीके से उठाएंगे आवाज’
करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज शेखावत ने साफ किया है कि उनका आंदोलन पूरी तरह लोकतांत्रिक होगा और वे अनुशासन में रहकर अपनी बात सरकार तक पहुंचाएंगे। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के दौरान सरकार को शाम पांच बजे तक का समय दिया जाएगा, ताकि उनका प्रतिनिधिमंडल उनसे संवाद करे और समस्याओं का समाधान निकाला जा सके। आयोजन समिति के सदस्य धीरज सिकरवार ने कहा कि यह सम्मेलन ऐतिहासिक होगा और गढ़ी रामी से एक बड़ा संदेश जाएगा। आयोजन समिति के आदित्य सिकरवार ने बताया कि सम्मेलन की तैयारी गांव-गांव जाकर की गई है, और यह एक शांतिपूर्ण लेकिन प्रभावशाली आयोजन होगा। वहीं शिवम परमार ने भी इसे “ऐतिहासिक क्षण” बताया है, जो समाज की चेतना को जागृत करेगा।
‘राणा सांगा का अपमान बर्दाश्त नहीं’
अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष युवराज अंबरीश पाल सिंह ने सख्त शब्दों में कहा कि समाज राणा सांगा जैसे राष्ट्रनायक का अपमान किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्र निर्माण में योगदान देने वाले हर योद्धा का सम्मान किया जाना चाहिए।करणी सेना के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष सूरजपाल सिंह अम्मू ने और भी तीखे शब्दों में कहा कि अगर पूर्वजों की शान और स्वाभिमान की रक्षा के लिए खून भी बहाना पड़े, तो वे पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने स्पष्ट संकेत दिए कि यह सम्मेलन केवल प्रतीकात्मक नहीं, बल्कि समाज के आत्मसम्मान का मुद्दा है। राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रताप सिंह कालवी पिछले तीन दिनों से आगरा में डेरा डाले हुए हैं।
Author: Sweta Sharma
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