वाराणसी स्थित श्री काशी विश्वनाथ धाम को 11 अगस्त से पूरी तरह प्लास्टिक मुक्त घोषित कर दिया गया है। मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे मंदिर में प्रवेश करते समय प्लास्टिक की टोकरी, लोटा या किसी भी प्रकार का प्लास्टिक सामान साथ न लाएं। इस पहल के तहत मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्रों में प्लास्टिक वस्तुओं के प्रयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लागू किया गया है। मंदिर न्यास के मुख्य कार्यपालक अधिकारी, डिप्टी कलेक्टर और अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में गेट नंबर 4 से ढुंढ़ीराज और माता विशालाक्षी मंदिर क्षेत्र के फूल-माला विक्रेताओं को अभियान की जानकारी दी गई। दुकानदारों को पर्यावरण अनुकूल विकल्प जैसे बांस की टोकरी और स्टील के लोटे वितरित किए गए, ताकि प्लास्टिक का उपयोग पूरी तरह बंद हो सके।
यह अभियान 12 जुलाई से शुरू हुआ था, जिसमें नगर निगम, वाराणसी और मंदिर न्यास ने मिलकर व्यापक जन-जागरूकता कार्यक्रम चलाया। श्रावण मास के दौरान “प्लास्टिक मुक्त अभियान” यात्रा का स्वागत भी मंदिर प्रशासन ने किया। इसी क्रम में 7 अगस्त को स्थानीय विधायक नीलकंठ तिवारी, पार्षद कनकलता तिवारी और कई अन्य जनप्रतिनिधियों ने दुकानदारों को पारंपरिक सामग्रियों के उपयोग के लिए प्रेरित किया। नगर निगम द्वारा आयोजित जन-जागरूकता यात्रा में महापौर अशोक तिवारी और नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने नेतृत्व किया। यात्रा में कांवड़ मार्ग को स्वच्छ और प्लास्टिक मुक्त बनाए रखने का संकल्प लिया गया।
मंदिर प्रशासन का मानना है कि यह कदम न केवल धाम की स्वच्छता बढ़ाएगा बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। अब से मंदिर परिसर में केवल पर्यावरण अनुकूल और पुन: उपयोग योग्य सामग्री के साथ ही प्रवेश की अनुमति होगी।

Author: Sweta Sharma
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