संजय मिश्र
जिला संवाददाता। देवरिया जिले के सलेमपुर तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत बिंदवालिया मिश्र स्थित श्री शिव मंदिर के प्रांगण में नौ दिवसीय संगीतमयी राम कथा के चौथे दिन राम का जन्म होते ही पंडाल में प्रभु श्रीराम के जयकारों से गूंज उठा। कथा वाचक अशोका नंद जी महाराज ने कहा परमात्मा का अवतार भक्तो का दुख दूर करने के लिए धरती पर अवतरित होता है। जब जब धर्म का लोप होता है तब परमात्मा प्रथ्वी का भार हल्का करने के लिए किसी भक्त में मध्यम से परमात्मा धारा धाम पर अवतरित होता है।

विप्र, धेनु,सुर,संत हित,लिन्ह मनुज अवतार।
निज इच्छा निर्मित तनु, माया गुन गोपार।।
कथा वाचक अशोका नंद जी ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम का जीवन चरित्र अनंत शादियों तक चलता रहेगा। राम कथा में माता, पिता और भाई के प्रति प्रभु श्री राम का जो स्नेह रहा वह सदा के लिए अमर है। उन्हों ने आगे कहा कि चक्रवर्ती राजा दशरथ संतान न होने के कारण अपने कुल गुरु वशिष्ठ के पास जातें हैं, जहां गुरु बाशिष्ठ द्वारा श्रृंगी से शुभ पुत्र कमेष्ठी यज्ञ करवाते हैं। यज्ञ कुंड से अग्नि देवता प्रकट होते है और खीर देते हैं। जिसके बाद राजा दशरथ अपनी तीनों रानियों कौशल्या, कैकई और सुमित्रा को खीर देते हैं। उस खीर को खाने के बाद तीनों रानियों को प्रभु श्रीराम सहित भरत, लक्ष्मण और शत्रुघ्न का जन्म होता है कि कथा सुनाई। कथा विश्राम के बाद आरती और प्रसाद वितरण किया गया।

कथा का अयोजन धर्मेंद्र शुक्ला द्वारा किया गया,जिसमे ग्राम प्रधान व जिला प्रधान संघ अध्यक्ष महेश्वर मिश्र बबलू, शिवाकांत मिश्र, माधव शुक्ल, डा.अजय मिश्र संपूर्णा नंद विश्व विद्यालय, कमलेश मिश्र, बिन्ध्याचल मिश्र, सुमंत मिश्र, राम इकबाल यादव, गिरिजेश यादव, बैंकटेश्वर मिश्र, विद्यासागर मिश्र इत्यादि गणमान्य लोग उपस्थित रहे।





