संसद के शीतकालीन सत्र के 15वें दिन लोकसभा में संविधान पर चर्चा का दूसरा और अंतिम दिन था। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास” का मंत्र दिया, जो संविधान का पालन करते हुए देश के विकास की दिशा में उठाया गया कदम है।
पहले हवाई जहाज देखे, फिर कारें
किरेन रिजिजू ने अपने भाषण में अपनी पृष्ठभूमि का जिक्र करते हुए कहा, “मैं ऐसे क्षेत्र से आया हूं, जहां मैंने पहले हवाई जहाज देखे और उसके बाद कारें। सांसद बनने के बाद ही हमारे क्षेत्र में सड़कों का निर्माण हुआ।” उन्होंने कहा कि जब वह कानून मंत्री बने, तो सबसे पहले यह समझने की कोशिश की कि बाबा साहेब अंबेडकर का दृष्टिकोण क्या था और वे किन मुद्दों को पूरा करना चाहते थे।
बाबा साहेब के इस्तीफे पर बोले रिजिजू
उन्होंने बाबा साहेब के कानून मंत्री पद से इस्तीफे का जिक्र करते हुए कहा, “बाबा साहेब ने पंडित नेहरू को पत्र लिखकर इस्तीफा दिया था। हमारा संविधान न केवल दुनिया का सबसे बड़ा है, बल्कि सबसे सुंदर भी है। इसे लेकर कई बातें लोगों तक नहीं पहुंचाई जातीं।”
यूरोपियन यूनियन और भेदभाव का मुद्दा
रिजिजू ने यूरोपियन यूनियन के एक सर्वे का हवाला देते हुए कहा कि वहां 48% लोग भेदभाव का शिकार होते हैं, जिनमें ज्यादातर मुसलमान हैं। उन्होंने कहा, “फ्रांस, स्पेन, और अन्य यूरोपीय देशों में मुसलमानों के खिलाफ कई भेदभावपूर्ण घटनाएं सामने आई हैं। इसके विपरीत, भारत हमेशा उन लोगों के लिए शरणस्थली रहा है, जिन पर उनके देश में अत्याचार हुए।”
भारत को बदनाम करने से बचने की अपील
रिजिजू ने कहा, “अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश या म्यांमार में जब अल्पसंख्यकों पर अत्याचार होते हैं, तो वे भारत में सुरक्षा की तलाश करते हैं। यह दिखाता है कि भारत में अल्पसंख्यकों के लिए सुरक्षा है। इसलिए ऐसी बातें नहीं कहनी चाहिए, जो देश की छवि को नुकसान पहुंचाएं।”
प्रियंका गांधी पर भाजपा का हमला
लोकसभा में कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा के पहले संबोधन पर भाजपा प्रवक्ता सीआर केशवन ने निशाना साधते हुए कहा कि प्रियंका गांधी का भाषण बिना तैयारी का था और उन्होंने अपनी ही पार्टी की हिमाचल सरकार पर हमला कर दिया। केशवन ने कहा, “प्रियंका गांधी ने जमीनी हकीकत से दूर होकर बयान दिए और उनकी असंवेदनशीलता संसद में स्पष्ट दिखी।”
पीएम मोदी के भाषण से घबराई प्रियंका?
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि प्रियंका गांधी को शायद प्रधानमंत्री मोदी के भाषण का डर था। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रियंका ने बिना तथ्यों के आरोप लगाए, जिन्हें प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में खारिज कर दिया।
राहुल गांधी पर भी निशाना
भाजपा ने राहुल गांधी पर भी हमला करते हुए कहा, “राहुल गांधी संसद को निजी खेल का मैदान मान रहे हैं। लेकिन देश के लोग सब देख रहे हैं। कांग्रेस पार्टी को समझ लेना चाहिए कि उनके झूठ और मिथकों को उजागर किया जाएगा।”
संविधान की गरिमा और देश की प्रगति पर जोर
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने अपने भाषण के अंत में संविधान की गरिमा और इसकी भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि भारत की प्रगति और समृद्धि के पीछे इसका महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने बाबा साहेब अंबेडकर और संविधान निर्माताओं के योगदान को याद करते हुए सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया।
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Author: Sweta Sharma
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