राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक मोहन भागवत आज से वाराणसी के दौरे पर हैं। उनका यह दौरा 7 अप्रैल तक चलेगा, जिसमें कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। संघ प्रमुख के इस दौरे का मुख्य उद्देश्य संघ के शताब्दी वर्ष (2025) की तैयारियों पर चर्चा करना है। भागवत का यह दौरा संघ के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। वे काशी में संघ कार्यकर्ताओं और स्वयंसेवकों से संवाद करेंगे और शताब्दी वर्ष को लेकर व्यापक योजना बनाएंगे। संघ प्रमुख का फोकस शताब्दी वर्ष के दौरान जनसंपर्क बढ़ाने और संघ के विचारों को हर घर तक पहुंचाने पर रहेगा।
हर गांव, हर बस्ती तक संघ का साहित्य
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने निर्देश दिया है कि संघ का साहित्य काशी के हर घर तक पहुंचे। इसके लिए स्वयंसेवक अक्टूबर-नवंबर से घर-घर अभियान चलाएंगे। इस अभियान के तहत हर गांव, हर बस्ती में संघ के विचारों का प्रचार-प्रसार किया जाएगा। दौरे के दौरान मोहन भागवत काशी के प्रबुद्ध वर्ग से भी मिलेंगे। इन बैठकों में समाज के विभिन्न वर्गों के प्रमुख लोग शामिल होंगे। संघ प्रमुख उनके साथ विचार-विमर्श करेंगे और संघ की आगामी योजनाओं पर चर्चा करेंगे।
स्वयंसेवकों को मार्गदर्शन
संघ प्रमुख स्वयंसेवकों से संवाद कर अभियान को सफल बनाने के लिए दिशा-निर्देश देंगे। उनके साथ संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी भी शामिल होंगे, जो काशी में विभिन्न कार्यक्रमों का संचालन करेंगे। भागवत का कहना है कि संघ के विचार और साहित्य को जन-जन तक पहुंचाना प्राथमिकता होगी। इसके लिए एक संगठित योजना बनाई जा रही है, जिससे अधिक से अधिक लोगों तक संघ की विचारधारा को पहुँचाया जा सके।
संघ प्रमुख का यह दौरा न केवल काशी बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। संघ के कार्यकर्ताओं में भी इस दौरे को लेकर खासा उत्साह है।
Author: Sweta Sharma
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