संभलः उत्तर प्रदेश के संभल में शनिवार को मिले भगवान शंकर के पुराने मंदिर में आज सुबह- सुबह आरती की गई. बड़ी संख्या में पहुंचे लोगों ने यहां पूजा-अर्चना की. इस दौरान पुलिस बल भी तैनात रहा. साथ ही प्रशासन ने मंदिर पर किए अवैध कब्जे को ध्वस्त कर दिया. अब मंदिर, अपने स्वरूप में दिखने लगा है. साथ ही आस-पास साफ-सफाई की गई है. बीती रात सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस टीम ने पूरी रात कैंप किया था.
संभल के खग्गूसराय में मिले शिवमंदिर मामले में बड़ा अपडेट है. प्रशासन ने मंदिर पर किया अवैध कब्जे को ध्वस्त कर दिया है. यहां दूसरे समुदाय के पड़ोसी ने दीवार लगा कर मंदिर के मुख्य रास्ते को दीवार के अंदर ले लिया था. प्रशासन के मजदूरों ने दीवार को ध्वस्त कर दिया. वहीं, मलबे को ट्रैक्टर ट्रॉली से ले जाकर मौके पर साफ-सफाई की गई. सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासन की ओर से मंदिर और आसपास लाइटिंग कराई गई. मौके पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक फोर्स के साथ मौजूद रहे.
मंदिर के पास बनाए मकान के बाहर बनाए छज्जों की भी पुलिस ने निगहवानी की गई. मंदिर के आस पास के बाकि अतिक्रमण पर प्रशासन की नजर है.
बता दें कि, सम्भल पर सुरक्षा को लेकर पूरी रात पुलिसकर्मियों ने कैंप किया. खग्गू सराय में शिव मंदिर के सभी एंट्री एग्जिट प्वाइंट पर पुलिस पिकेट लगाई गई. आकंड़ों के मुताबिक खग्गू सराय में 70 परसेंट लाइन लॉस है. पुलिस और प्रशासन की ज्वाइंट कार्रवाई आगे जारी रहेगी. मंदिर की परिक्रमा को लेकर सटे मकानों को नोटिस भेजा जाएगा. अवैध अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी है.
बता दें कि, संभल में हिंदुओं को एक मंदिर मिला है. 46 साल से मंदिर बंद पड़ा था. दंगों के बाद इस मोहल्ले से हिंदू पलायन कर गए थे. तब से मंदिर बंद था. मंदिर में पूजा अर्चना शुरू हो गई. प्रशासन ने मंदिर से सटे कुएं को जमीन के नीचे से निकाला है. कुंए पर चबूतरा बनाकर कब्जा किया गया था. मंदिर को भी अतिक्रमणकारियों ने तोड़फोड़ कर अपने मकान में मिला लिया. जिसे तोड़कर अब मंदिर को मंदिर का स्वरूप देने का काम शुरू हो गया.





