महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सरकार में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक, शिंदे उपमुख्यमंत्री पद स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं और उन्होंने खुद सरकार का हिस्सा न बनने का फैसला किया है। हालांकि, उनकी पार्टी से किसी और को उपमुख्यमंत्री बनाया जा सकता है।
शिंदे की मांगें और चर्चा
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शिंदे ने विधान परिषद के सभापति पद, होम मिनिस्ट्री, और नगर विकास विभाग की मांग रखी है।
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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक के दौरान इस पर चर्चा हुई, लेकिन शिंदे अपनी मांगों पर अड़े रहे।
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उन्हें मनाने की कोशिशें अभी भी जारी हैं।
महायुति की बैठक पर उम्मीदें
आज मुंबई में महायुति गठबंधन की एक महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है, जिसमें एकनाथ शिंदे, देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार शामिल होंगे। अगले एक-दो दिनों में स्थिति स्पष्ट होने की संभावना है।
शिंदे का बयान
शुक्रवार को शिंदे ने कहा कि राज्य में सरकार गठन पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा प्रमुख जे. पी. नड्डा के साथ उनकी ‘‘अच्छी और सकारात्मक” बातचीत हुई।
उन्होंने बताया:
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महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री पर निर्णय एक या दो दिनों में होगा।
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वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह के निर्णय का पालन करेंगे।
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“मेरे लिए ‘लाडका भाऊ’ (प्यारा भाई) का दर्जा किसी अन्य चीज से ज्यादा महत्वपूर्ण है।”
महायुति की सीटों पर बढ़त
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा नीत महायुति गठबंधन ने 288 सीटों में से 230 सीटों पर जीत दर्ज की।
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भाजपा: 132 सीटें
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शिवसेना (शिंदे गुट): 57 सीटें
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राकांपा (अजित पवार गुट): 41 सीटें
विपक्ष की स्थिति
महाविकास आघाडी गठबंधन को केवल 46 सीटों पर सफलता मिली।
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शिवसेना (उद्धव गुट): 20 सीटें
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कांग्रेस: 16 सीटें
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राकांपा (शरद पवार गुट): 10 सीटें
अगले कदम पर नजरें
महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर अंतिम निर्णय जल्द ही लिया जाएगा। महायुति गठबंधन के सहयोगी दलों के बीच अच्छा समन्वय बताया जा रहा है। मुंबई में होने वाली महायुति की बैठक से महाराष्ट्र की राजनीति का भविष्य तय होगा।

Author: Sweta Sharma
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