कानपुर में सोमवार सुबह एक प्लास्टिक बैग बनाने वाली फैक्ट्री में भीषण आग लग गई। यह घटना सुबह करीब 8:30 बजे सुरेंद्र कुमार की फैक्ट्री में हुई, जहाँ बड़ी मात्रा में कच्चा माल रखा हुआ था। शुरुआती आग पर नियंत्रण पाने की कोशिश मजदूरों ने की, लेकिन लपटें तेज़ी से फैलने लगीं, जिससे उन्हें अपनी सुरक्षा के लिए फैक्ट्री खाली करनी पड़ी।
सूचना मिलते ही दमकल विभाग की दो गाड़ियाँ मौके पर पहुँचीं और आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू किया। लगातार कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काफी हद तक नियंत्रण पा लिया गया और इसे आसपास की इमारतों तक फैलने से रोक दिया गया। प्राथमिक जांच के अनुसार, आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। सौभाग्य से इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन फैक्ट्री की मशीनें और स्टॉक जलकर खाक हो गए। अनुमान है कि इस हादसे में लाखों रुपये का नुकसान हुआ है।
फायर ब्रिगेड और पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। आग के वास्तविक कारण और कुल नुकसान का आकलन रिपोर्ट आने के बाद स्पष्ट होगा। इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन ने आस-पास की फैक्ट्रियों की सुरक्षा जांच करने का निर्णय लिया है ताकि भविष्य में ऐसे हादसे टाले जा सकें। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही 26 अक्टूबर को महाराजपुर के तिलसहरी बुजुर्ग स्थित एक मोबिल ऑयल फैक्ट्री में भी इसी तरह की भीषण आग लगी थी। वहां तेल से भरे ड्रम फटने से धमाकों की आवाजें गूंज उठीं थीं। दमकल विभाग की त्वरित कार्रवाई से आग पर काबू पा लिया गया। दिवाली के कारण फैक्ट्री बंद थी, जिससे किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई।





