महाराष्ट्र और झारखंड में आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारी जोरों पर है, जहां एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद है। महाराष्ट्र में एनडीए की सरकार है, जबकि झारखंड में इंडिया गठबंधन सत्ता में है। दोनों राज्यों में राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण चुनाव होने वाले हैं, और दोनों ही गठबंधन अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए जोरदार कोशिश कर रहे हैं।
महाराष्ट्र में गठबंधन की तस्वीर
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) का नेतृत्व भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) कर रही है, जिसमें एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) भी शामिल हैं। तीनों दलों ने लोकसभा चुनाव एक साथ लड़ा था, लेकिन अपेक्षित सफलता हासिल नहीं कर पाए थे। एनडीए गठबंधन को “महायुति” के नाम से भी जाना जाता है, और सूत्रों के अनुसार, महाराष्ट्र में महायुति के सीट बंटवारे का काम अंतिम चरण में है। बीजेपी 158 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, शिवसेना शिंदे गुट को 70 सीटें दी जाएंगी, और एनसीपी अजित पवार गुट को 50 सीटें मिलेंगी।
दूसरी ओर, इंडिया गठबंधन में कांग्रेस, उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी), और शरद पवार की एनसीपी शामिल हैं। यह गठबंधन 2019 के विधानसभा चुनाव के बाद महाराष्ट्र विकास अघाड़ी के रूप में गठित हुआ था। इंडिया गठबंधन भी सीटों के बंटवारे पर चर्चा कर रहा है, जहां कांग्रेस और शिवसेना यूबीटी को 100-100 सीटें और एनसीपी को 84 सीटें मिल सकती हैं।
झारखंड में बीजेपी की नई रणनीति
झारखंड में बीजेपी इस बार नई रणनीति के साथ मैदान में उतर रही है। लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 14 में से 9 सीटें जीती थीं, लेकिन विधानसभा चुनाव में पार्टी को झटका लगा था। इस बार, बीजेपी ने जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू), ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन (आजसू), और लोजपा (रामविलास) के साथ गठबंधन करने का फैसला किया है। चर्चा है कि बीजेपी इस चुनाव में कम से कम 67 सीटों पर लड़ेगी, जबकि आजसू को 9-11 सीटें मिल सकती हैं। जेडीयू को 2 सीटें और लोजपा को 1 सीट दी जा सकती है।
झारखंड में इंडिया गठबंधन का समीकरण
झारखंड में इंडिया गठबंधन, जिसमें झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम), कांग्रेस, और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) शामिल हैं, ने पिछले विधानसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन किया था। 81 सदस्यीय विधानसभा में गठबंधन ने 47 सीटों पर जीत हासिल की थी। आगामी चुनावों में भाकपा माले की भी एंट्री हो चुकी है, जिसने इंडिया गठबंधन की स्थिति को और मजबूत किया है। भाकपा माले के बढ़ते प्रभाव के कारण सीटों के बंटवारे को लेकर कुछ विवाद हो सकता है, क्योंकि माले ने 4-5 सीटों पर दावेदारी की है।
सीट बंटवारे में उलझन
महाराष्ट्र और झारखंड दोनों ही राज्यों में सीट बंटवारे को लेकर कई चुनौतियाँ सामने आ रही हैं। महाराष्ट्र में महायुति के लगभग 90% सीटों का बंटवारा हो चुका है, लेकिन कुछ सीटों पर अभी भी अंतिम निर्णय बाकी है। झारखंड में इंडिया गठबंधन के भीतर वामपंथी दलों के साथ सीट बंटवारे पर तनाव देखा जा रहा है, विशेष रूप से भाकपा माले की बढ़ती मांगों को लेकर।
नतीजों का व्यापक असर
महाराष्ट्र और झारखंड दोनों ही राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत हो सकते हैं। जहां महाराष्ट्र में बीजेपी, शिवसेना (शिंदे गुट), और एनसीपी (अजित पवार गुट) सत्ता में वापसी की कोशिश कर रही है, वहीं झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाला इंडिया गठबंधन अपनी पकड़ मजबूत करना चाहता है।
आने वाले चुनाव इन दोनों राज्यों की राजनीति को कैसे प्रभावित करेंगे, यह देखने वाली बात होगी, खासकर जब दोनों गठबंधनों में सीट बंटवारे और चुनावी रणनीतियों को लेकर आपसी खींचतान जारी है।

Author: Sweta Sharma
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