मथुरा: उत्तर प्रदेश के मथुरा में रविवार (29 दिसंबर) को दिल्ली-आगरा नेशनल हाईवे पर भीषण सड़क हादसा हो गया। छाता शुगर मिल के पास एक मिनी ट्रक और ईंटों से भरी ट्रैक्टर-ट्राली की जोरदार टक्कर में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायल को अस्पताल में भर्ती करवाया। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
नींद की झपकी बनी हादसे की वजह
जानकारी के अनुसार, मिनी ट्रक के ड्राइवर को नींद की झपकी आने के कारण यह हादसा हुआ। ट्रक अनियंत्रित होकर ट्रैक्टर-ट्राली से टकरा गया। हादसे में ट्रैक्टर पर बैठे पूरन सिंह और उमेश के साथ-साथ ट्रक (डीसीएम) चालक प्रिंस (पुत्र राजकुमार, निवासी आजमगढ़) की मौके पर ही मौत हो गई। ट्रैक्टर पर मौजूद धर्मेंद्र यादव गंभीर रूप से घायल हो गया।
तेज आवाज से पहुंचे लोग, पुलिस ने संभाला मोर्चा
हादसे की तेज आवाज सुनकर आसपास के लोग घटनास्थल पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए घायल धर्मेंद्र यादव को केडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। मृतकों के परिजनों को सूचित कर दिया गया है।
पुलिस ने शुरू की जांच
पुलिस ने प्रारंभिक जांच में पाया कि डीसीएम ड्राइवर को नींद की झपकी आने से वाहन अनियंत्रित हो गया, जिससे यह भीषण हादसा हुआ। पुलिस ने बताया कि घटना से संबंधित सभी तथ्यों की जांच की जा रही है।
शोक में डूबे परिवार
इस हादसे ने मृतकों के परिवारों को गहरे शोक में डाल दिया है। पूरन सिंह, उमेश और प्रिंस के घरों में मातम पसरा हुआ है। पुलिस ने घटना के संबंध में कानूनी प्रक्रिया पूरी करने का आश्वासन दिया है।
यह हादसा एक बार फिर तेज गति और नींद के कारण सड़क पर होने वाले खतरों की ओर ध्यान खींचता है। विशेषज्ञों का कहना है कि लंबी दूरी तय करने वाले ड्राइवरों को पर्याप्त विश्राम लेने और सतर्कता बनाए रखने की आवश्यकता है ताकि इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।

Author: Sweta Sharma
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