निश्चय टाइम्स, लखनऊ। आयुष मंत्रालय ने 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर 2025 तक चलाए जा रहे विशेष अभियान 5.0 के तहत दक्षता, पारदर्शिता और स्वच्छता की दिशा में अपने प्रयास जारी रखे हैं। यह अभियान प्रशासनिक प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने, रिकॉर्ड प्रबंधन में सुधार लाने और सभी आयुष संस्थानों में निरंतर स्वच्छता व जन-शिकायत निवारण को बढ़ावा देने पर केंद्रित है।
इस अभियान के दौरान, मंत्रालय ने कई मानकों पर उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की। कुल 658 जन शिकायतों और 59 जन शिकायत अपीलों का निपटारा किया गया। इसके अतिरिक्त, दो सांसद संदर्भों का समाधान किया गया और देश भर के आयुष प्रतिष्ठानों में 68 स्वच्छता अभियान सफलतापूर्वक चलाए गए। मंत्रालय ने 101 फाइलों की छंटाई की जिससे रिकॉर्ड प्रबंधन और प्रशासनिक दक्षता में वृद्धि हुई।
कबाड़ निपटान गतिविधियों के माध्यम से 1365 वर्ग फुट स्थान खाली कराया गया जिससे 7,35,500 रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ। ये प्रयास न केवल संसाधन अनुकूलन और कार्यस्थल दक्षता पर मंत्रालय के जोर को रेखांकित करते हैं, बल्कि भारत सरकार के ‘स्वच्छता ही सेवा’ और ‘न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन’ के दृष्टिकोण के प्रति उसके दृष्टिकोण को भी दर्शाते हैं।
पिछले संस्करणों की सफलताओं को आगे बढ़ाते हुए, विशेष अभियान 5.0 ने हर्बल उद्यानों, सामुदायिक स्थलों और सार्वजनिक क्षेत्रों में आयोजित विभिन्न स्वच्छता और जागरूकता अभियानों में अधिकारियों, कर्मचारियों और आयुष समुदाय की व्यापक भागीदारी को भी प्रोत्साहित किया। वरिष्ठ अधिकारियों ने आयुष भवन और अन्य प्रमुख संस्थानों में व्यक्तिगत रूप से पहल का नेतृत्व किया जिससे सामूहिक उत्तरदायित्व और नागरिक जागरूकता की संस्कृति को बल मिला। आयुष मंत्रालय शिकायत निवारण और स्वच्छता में उच्च मानकों को बनाए रखता है तथा एक कुशल, पारदर्शी और नागरिक-केंद्रित प्रशासनिक व्यवस्था में योगदान देता है।





