मौसम विभाग ने जारी किया पूर्वानुमान
उत्तर प्रदेश में अब मानसून की विदाई का समय आ चुका है। प्रदेश के अधिकांश हिस्सों से मानसून रुखसत हो चुका है, जबकि पूर्वांचल के कुछ जिलों में रविवार या सोमवार को हल्की बूंदाबांदी के बाद पूरी तरह से इसका समापन हो जाएगा। मौसम विभाग के अनुसार, 17 अक्तूबर तक पूरे प्रदेश में मौसम शुष्क बना रहेगा। हालांकि, सुबह और शाम के समय हल्की ठंड महसूस की जाएगी और आने वाले दिनों में इसमें और बढ़ोतरी की संभावना है।
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि फिलहाल प्रदेश का मौसम पूरी तरह से शुष्क रहेगा। उन्होंने कहा कि “निचले क्षोभमंडल में पछुआ और उत्तर-पश्चिमी हवाओं का प्रभाव बना हुआ है, जिससे अगले कुछ दिनों तक बारिश की कोई संभावना नहीं है।” मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, मानसून की विदाई की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है और आगामी 24 घंटों में यह पूर्वांचल के शेष जिलों से भी समाप्त हो जाएगी।
मौसम वैज्ञानिकों ने यह भी बताया कि इन दिनों प्रदेश में अधिकतम तापमान में कोई खास परिवर्तन नहीं होगा, लेकिन न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है। इससे सुबह और शाम के समय ठंडक का एहसास और बढ़ेगा। उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के मौसमी हालात का असर उत्तर प्रदेश पर भी दिखाई देगा, क्योंकि पछुआ हवाएं उन्हीं इलाकों से होकर गुजर रही हैं।
इस बीच, पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी शुरू हो चुकी है, जिसका असर उत्तर भारत के मैदानी इलाकों पर भी दिखाई देने लगा है। पछुआ हवाओं के कारण प्रदेश में सुबह-शाम हल्की सर्दी का असर महसूस किया जा रहा है। दिन के समय तापमान सामान्य बना हुआ है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि कुछ दिनों में ठंड में और इजाफा होगा।
शनिवार को प्रदेश में उरई सबसे गर्म जिला रहा, जहां अधिकतम तापमान 35.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 3.4 डिग्री अधिक है। वहीं लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज और वाराणसी में अधिकतम तापमान 32 से 34 डिग्री के बीच दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे फसलों की सिंचाई की योजना अब मौसम की शुष्क स्थिति को ध्यान में रखकर बनाएं।
