उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री, जयवीर सिंह ने हाल ही में बस्ती, आजमगढ़, मऊ, देवरिया, गोरखपुर, अमेठी और शाहजहांपुर में आयोजित पर्यटन नीति-2022 जागरूकता कैंप को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की पर्यटन नीति-2022 देश की प्रमुख और उत्कृष्ट नीतियों में से एक है। इसका उद्देश्य यह है कि प्रत्येक उद्यमी और निवेशक इसका लाभ उठाएं, जिससे प्रदेश के पर्यटन क्षेत्र को मजबूती मिले। इसके लिए ब्लॉक और तहसील स्तर पर भी जागरूकता कैंप लगाए जाएंगे।
उन्होंने इस दौरान एडीएम, राजस्व अधिकारी, जीएसटी अधिकारी, व्यापार मंडल, पर्यटन उद्योग के अध्यक्ष, होटल और मोटल मालिकों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि महाकुंभ के आयोजन में देश-विदेश से 66 करोड़ से ज्यादा पर्यटक पहुंचे, जो प्रदेश के पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ। इसके कारण प्रदेश के राजस्व में वृद्धि हुई है और उत्तर प्रदेश वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है।
जयवीर सिंह ने यह भी बताया कि प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र बहुत तेजी से विकसित हो रहा है, और अयोध्या, काशी, मथुरा, प्रयागराज जैसे प्रमुख धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि गंतव्य स्थलों के साथ-साथ प्रमुख मार्गों पर भी उच्चस्तरीय पर्यटन सुविधाएं प्रदान की जाएंगी, ताकि पर्यटकों को बेहतरीन सुविधाएं मिल सकें।
उन्होंने बताया कि पर्यटन नीति-2022 में 33 नई पर्यटन इकाइयां जोड़ी गई हैं और इस नीति के तहत पर्यटन उद्यमियों को 30 प्रतिशत तक पूंजीगत खर्च पर अनुदान मिलेगा। इसके साथ ही एक पारदर्शी और सहज ऑनलाइन पोर्टल up-tourismportal.in की व्यवस्था की गई है, जिससे निवेशकों को वित्तीय प्रोत्साहन, अनुदान और लाभ आसानी से मिल सकेंगे। 15 मई तक प्रदेशभर में कैंप आयोजित किए जाएंगे।

Author: Sweta Sharma
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