बिहार के मुज़फ़्फ़रपुर में नवरात्रि और दुर्गा पूजा से पहले पुलिस ने एक बड़े शराब तस्करी रैकेट का पर्दाफाश किया है। एसडीपीओ (टाउन-2) बिनीता सिन्हा के अनुसार गढ़ा थाना पुलिस को सूचना मिलते ही गढ़ा–हथौड़ी मार्ग पर छापेमारी कर एक संदिग्ध ट्रक को रोका। तलाशी के दौरान ट्रक से लगभग 2,200 लीटर अवैध शराब बरामद हुई। बरामद शराब की अनुमानित मूल्य करीब ₹25 लाख आंकी जा रही है।
पुलिस ने बताया कि तस्करों ने पहचान बचाने के लिए ट्रक की नंबर प्लेट बदल दी थी — मूल ट्रक उत्तर प्रदेश का था, लेकिन सीमा पार होते ही प्लेट बदली गई और उसे मुज़फ़्फ़रपुर लाई जा रही शराब ले जाया जा रहा था। प्रारम्भिक जांच में सामने आया कि जब्त की गई शराब पंजाब के मोहाली में निर्मित दो अलग ब्रांड की थी। बताया गया कि शराब पहले उत्तर प्रदेश भेजे जाने के बाद वापस ट्रक में लादकर बिहार में खपत के लिए लाई जा रही थी।
मुज़फ़्फ़रपुर पुलिस ने रुके हुए ट्रक को जब्त कर लिया है और धाराओं के तहत मामला दर्ज कर पूरे नेटवर्क की विस्तृत जांच शुरू कर दी है। पुलिस मुख्य तस्कर और नेटवर्क के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है; प्रारम्भिक जानकारी के मुताबिक तस्करी का लिंक पंजाब और उत्तर प्रदेश के कुछ स्रोतों से जुड़ा हुआ नजर आ रहा है।
एसडीपीओ बिनीता सिन्हा ने कहा कि राज्य में शराबबंदी का पालन सुनिश्चित करना प्राथमिकता है और शराब तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी। उन्होंने नागरिकों से भी सूचना साझा करने की अपील की ताकि त्योहारी मौसम में अवैध आपूर्ति रोकी जा सके।
पुलिस का कहना है कि आगे की गिरफ्तारी और अन्य सबूत जुटाने के लिए पड़ताल तेज कर दी गई है, और आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
