देश के प्रतिष्ठित उद्यमियों की मौजूदगी में प्रयागराज के 11 परिवारों को दिया गया आधुनिक ठेला
नैनी के मूक बधिर दम्पत्ति को व्यापार बढ़ाने के लिए दिया गया दो लाख रूपए का चेक
वैश्य समाज से जुड़े प्रयागराज के 60 सदस्यों एवं पूर्व महापौर के साथ मंत्री नन्दी कांक्लेव में हुए शामिल
कमजोर एवं निर्बल वर्ग के उत्थान में समर्पित है वैश्य इंटरनेशनल एसोसिएशनः नन्दी
देश के कई बड़े व्यापारिक एवं सामाजिक घरानों की मौजूदगी में उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी शनिवार को दिल्ली के होटल ललित में कमजोर एवं निर्बल वर्ग के उत्थान में समर्पित वैश्य इंटरनेशनल एसोसिएशन द्वारा आयोजित नेशनल कॉनक्लेव में वैश्य समाज से जुड़े प्रयागराज के 60 सदस्यों के साथ सम्मिलित हुए। वैश्य समाज के निर्बल लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए नन्दी सेवा संस्थान एवं वैश्य इंटरनेशलन एसोसिएशन द्वारा प्रयागराज के 11 परिवारों को आधुनिक ठेला एवं एक परिवार को पांच लाख रुपए एवं दो परिवार को दो – दो लाख रूपए की आर्थिक सहायता प्रदान की गई। प्रयागराज के ही एक अन्य व्यापारी को व्यापार बढ़ाने के लिए सात लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की गई। ताकि व्यापार कर एवं अपने व्यापार को बढ़ा कर परिवार का अच्छी तरह से जीविकोपार्जन कर सकें।
मंत्री नन्दी ने कहा कि वैश्य-व्यापारी समाज ने सदैव अपने महान पूर्वजों की गौरवशाली परम्परा से प्राप्त संस्कारों को आगे बढ़ाने का काम किया है। परोपकार, सेवा और कमजोर तबके के उत्थान का संकल्प हमें विरासत के रूप में मिला है।
वैश्य इंटनेशनल एसोसिएशन वाया की स्थापना समाज को सशक्त बनाने के साथ ही समर्थ बनाने के संकल्प पर आधारित है। समाज सशक्त और एकजुट ही यह आवश्यक है लेकिन इससे भी अधिक आवश्यक है कि समाज का अंतिम व्यक्ति भी समर्थ और समृद्ध भी हो।
समाज का कोई भी व्यक्ति किसी विपत्ति, दुर्घटना या आभाव के कारण कोई आत्मघाती कदम उठाने को विवश न हो। कोई ब्याजखोरी और कर्ज के फन्दे में उलझकर फांसी के फन्दे पर झूलने के लिए मजबूर न हो। किसी गुण्डे और माफिया की धौंस न सहनी पड़े। किसी अपराधी के हाथों अपनी जान न गंवानी पड़े। कोई मेहनतकश और स्वाभिमानी होते हुए भी अपनी बदहाली के लिए भाग्य को न कोसे। पैसे के आभाव में किसी होनहार बेटे-बेटी को अपनी पढ़ाई न छोड़नी पड़े। इसके लिये समाज के सक्षम और सम्पन्न लोगों को आगे आना होगा। एक परिवार के रूप में समाज की पीड़ा और वेदना से खुद को जोड़ना होगा। ऐसे निर्बल और निराश्रित लोगों का हाथ पकड़ना होगा। उनका सम्बल और सहारा बनना होगा।
मंत्री नन्दी ने कहा कि हमारा उद्देश्य केवल किसी जरूरतमन्द व्यक्ति की आर्थिक सहायता कर देना भर नहीं है। बल्कि हम उसे व्यापार से जोड़कर एक ऐसा हैण्ड होल्डिंग सपोर्ट प्रदान करना है, जिससे उसकी आने वाली पीढ़िया भी आर्थिक प्रतिकूलताओं के बोझ से मुक्त हों। व्यापार वैश्य समाज के डीएनए का हिस्सा है।
दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में नैनी क्षेत्र में रहने वाले एक मूक बधिर दम्पत्ति शामिल हुए। दोनों ही जन्म से मूक-बधिर हैं। इस तरह की बेहद कठिन शारीरिक चुनौती के बावजूद वो हारे नहीं, बल्कि संघर्ष करते हुए कोल्डड्रिंक, बिस्किट, नमकीन की छोटी सी दुकान चलाते हैं। इसी दुकान की आमदनी से एक बेटी की शादी कर दी। एक बेटी और बेटे को पढ़ा रहे हैं। अपने साहस और परिश्रम से उन्होंने इतनी बड़ी कठिनाई को भी पराजित कर दिया। कवि कुंवर नारायण जी ने सच ही कहा है. कोई दुःख मनुष्य के साहस से बड़ा नहीं, हारा वही जो तड़ा नहीं। ऐसे मेहनतकश और साहसी लोगों को यदि हम थोड़ा सा भी प्रोत्साहन प्रदान करें तो वो सफलता की नई इबारत लिख सकते हैं। इसी संकल्पना और भावना के साथ वाया का यह पहला नेशनल कॉन्क्लेव आयोजित किया गया है। मूक बधिर दम्पत्ति संजय अग्रवाल को अपनी दुकान को और बढ़ाने के लिए दो लाख रूपए की आर्थिक सहायता दी गई। इसी तरह जसरा प्रयागराज निवासी रामलाल की दुकान में पिछले दिनों आग लगने से भारी क्षति हो गई थी। उन्हें अपने व्यापार को पुनर्स्थापित करने के लिए पांच लाख रूपए की आर्थिक सहायता प्रदान की गई। इसी तरह लूकरगंज निवासी अनुज अग्रहरि को अपना व्यापार बढ़ाने के लिए सात लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की गई। शहडोल मध्य प्रदेश की रहने वाली रूमा गुप्ता को दो लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी गई।
प्रतिदिन कमाकर अपनी आजीविका चलाने वाले प्रयागराज निवासी वैश्य समाज के 11 श्रमजीवियों को आधुनिक कार्ट-वेला प्रदान किया गया। जिनमें मीरापुर निवासी शुभम साहू को चाट की दुकान, महेवा पश्चिम पट्टी नैनी निवासी राकेश कुमार केसरवानी को चाय नाश्ते की दुकान, अतरसुईया निवासी सीताराम चौरसिया को चाय-बंद मक्खन, पूरावल्दी कीडगंज निवासी श्रीमती बुद्ध मती जायसवाल को चाय बंद मक्खन, पूरा वल्दी कीडगंज निवासी श्रीमती कोमल केसरवानी को कचौड़ी की दुकान, सदियापुर निवासी गेंदा लाल गुप्ता को लाई चना भूजने की दुकान, एल्गिन रोड सिविल लाइंस निवासी अजय कुमार साहू को लाई चुरमुरा की दुकान, मलीहाबाद निवासी धनुषधारी को चाट की दुकान, बहादुरगंज निवासी वीरेंद्र कुमार गुप्ता को नास्ते की दुकान, चौखण्डी कीडगंज निवासी श्रीमती रिकी केसरवानी को चाट की दुकान, बादशाही मण्डी निवासी आदित्य को चाय की दुकान लगाने के लिए आधुनिक ठेला दिया गया। इस सहायता से इन परिवारों की आर्थिक धुरी और गृहस्थी को एक नई गति मिलेगी। साथ ही यह पहल आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहन की मिसाल बनेगी। समाज के कमजोर वर्ग की समृद्धि की दिशा में अपनी तरह का यह अनूठा और अनोखा प्रयास है।
इस अवसर पर महेश गुप्ता केंट आरओ सिस्टम, मनोहर लाल अग्रवाल हल्दीराम ग्रुप, नन्द किशोर अग्रवाल क्रिस्टल ग्रुप, राजेश गुप्ता मल्टी कलर स्टील्स ग्रुप, सुरेश गर्ग निराला इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड, विनीत गुप्ता लोहिया ग्रुप, प्रयागराज की पूर्व महापौर श्रीमती अभिलाषा गुप्ता नन्दी, अजय सिंघल ओम लॉजिस्टिक ग्रुप. एस एस अग्रवाल कॉन्टिनेंटल मिलकोस इंडिया लिमिटेड, सुनील गोयल, धर्मपाल अग्रवाल, बसंत बंसल, विनोद अग्रवाल, संजय सिंघानिया, बिपिन राम अग्रवाल, केसी जैन, सुशील जैन, सुभाष अग्रवाल, श्रीभूषण जैन, प्रियंका गुप्ता, दीपक सिंघल एवं अन्य गणमान्यजन मौजूद रहे।
