उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ पर्यटकों के लिए तेजी से पसंदीदा गंतव्य बनकर उभर रही है। यहां विभिन्न धर्मों और संस्कृतियों से जुड़े कई प्रमुख स्थल मौजूद हैं। पर्यटकों की बढ़ती आमद और पर्यटन विकास को ध्यान में रखते हुए सरोजनी नगर क्षेत्र के कल्ली पश्चिम में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। उत्तर प्रदेश पर्यटन नीति-2022 के अंतर्गत राज्य सरकार ने निवेशकों से पर्यटन एवं आतिथ्य क्षेत्र की परियोजनाओं के लिए प्रस्ताव आमंत्रित किए हैं।
यह जानकारी उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने पर्यटन क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए उत्तर प्रदेश भूमि पट्टा नीति 2024 को मंजूरी दे दी है। नीति के तहत राज्य में पर्यटन अवसंरचना के विकास को तेज किया जाएगा। इसी के अंतर्गत कल्ली पश्चिम में पर्यटन विकास को बढ़ावा दिया जा रहा है।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि कल्ली पश्चिम में पर्यटन नीति-2022 के अनुरूप नई पर्यटन और आतिथ्य परियोजनाएं विकसित की जाएंगी। इन परियोजनाओं में बजट होटल, रिसॉर्ट, ऑल वेदर या सीज़नल कैंप, एमआईसीई गतिविधियों के लिए कन्वेंशन सेंटर और सांस्कृतिक केंद्र शामिल होंगे। साथ ही, अंतरराष्ट्रीय योग केंद्र, प्राकृतिक चिकित्सा और वेलनेस सेंटर, स्थायी टेंटेड आवास/स्विस कॉटेज, मल्टी-लेवल पार्किंग, सार्वजनिक संग्रहालय और थीम पार्क भी विकसित किए जाएंगे। परियोजना अंतर्गत ग्रामीण और सांस्कृतिक गांव, ईको टूरिज्म रिसॉर्ट, वे-साइड अमेनिटी और पर्यटन एवं आतिथ्य प्रशिक्षण संस्थान शामिल किए जाएंगे। इसका उद्देश्य क्षेत्र के पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र को सशक्त और आकर्षक बनाना है।
जयवीर सिंह ने बताया कि कल्ली पश्चिम परियोजना स्थल लखनऊ के गोमती नदी के उत्तर-पश्चिमी तट पर बसा है। लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे, लखनऊ-कानपुर हाईवे और पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे जैसे प्रमुख मार्गों से जुड़ा है। अमौसी स्थित चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और तेजी से विकसित हो रहा मेट्रो नेटवर्क भी मौजूद है। नवाबी अंदाज, स्वादिष्ट व्यंजन और ऐतिहासिक विरासत के लिए मशहूर यह शहर प्राचीनता और आधुनिकता का अद्भुत संगम है। बेहतर कनेक्टिविटी ने लखनऊ को पर्यटन विकास की दृष्टि से महत्वपूर्ण गंतव्य के रूप में स्थापित किया है।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि लखनऊ पर्यटन के लिहाज से समृद्ध शहर के रूप में उभर रहा है। पर्यटन विभाग के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2024 में शहर में कुल 82,74,154 पर्यटक पहुंचे। वहीं, वर्ष 2025 के जनवरी से मार्च तक 34,65,203 आगंतुकों की संख्या दर्ज की गई। पर्यटन में इस बढ़ोतरी से न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था मजबूत हो रही है, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न हो रहे हैं।
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, ऐतिहासिक स्थलों और विविध पर्यटन आकर्षणों के लिए तेजी से विश्व स्तरीय पर्यटन गंतव्य बन रहा है। लखनऊ अपनी नवाबी संस्कृति, प्राचीन विरासत और आधुनिक सुविधाओं के संगम के कारण, पर्यटकों के लिए विशेष रूप से आकर्षक केंद्र बन चुका है। पर्यटन क्षेत्र में निवेश और पर्यटन विकास हमारी संस्कृति, विरासत और आतिथ्य की संभावनाओं को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में सहयोग देगा।
