उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा – “कुलपतियों के बीच खुद को छात्र जैसा महसूस करता हूं”
निश्चय टाइम्स, डेस्क। देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ सोमवार को नोएडा स्थित एमिटी विश्वविद्यालय में आयोजित अखिल भारतीय विश्वविद्यालय वार्षिक सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। यह भव्य आयोजन सेक्टर-125 स्थित एमिटी परिसर में आयोजित हुआ, जिसमें देशभर के 300 से अधिक कुलपति, निदेशक और उच्च शिक्षा के विशेषज्ञ मौजूद रहे।
सम्मेलन की थीम थी — ‘भविष्य की उच्च शिक्षा की कल्पना: भारत की महत्वपूर्ण भूमिका’। इस विषय के तहत देश की नई शिक्षा नीति, वैश्विक प्रतिस्पर्धा में भारत की भूमिका और शिक्षा में नवाचार पर चर्चा हुई। उपराष्ट्रपति धनखड़ ने अपने संबोधन की शुरुआत भावुक अंदाज़ में करते हुए कहा, “इतने कुलपतियों के बीच आकर मैं खुद को एक विद्यार्थी की तरह महसूस कर रहा हूं।” उन्होंने कहा कि शिक्षा किसी भी गणराज्य को जीवंत रखने की आत्मा होती है। यह समाज को संवारती है और समानता लाती है।
उन्होंने नई शिक्षा नीति (NEP) को लेकर विशेष जोर देते हुए कहा कि इस नीति को सिर्फ दस्तावेज़ समझने की भूल नहीं करनी चाहिए। “हमें इसे गंभीरता से न केवल स्वयं समझना है, बल्कि छात्रों को भी इसकी अहमियत बतानी होगी,” उन्होंने कहा। उपराष्ट्रपति ने यह भी कहा कि नई नीति के तहत विद्यार्थियों को बहुआयामी अवसर मिलेंगे और उनका समग्र विकास सुनिश्चित होगा। सम्मेलन में शामिल शिक्षा विशेषज्ञों और कुलपतियों ने भी उच्च शिक्षा के भविष्य पर अपने विचार साझा किए और भारत की वैश्विक शिक्षा प्रणाली में उभरती भूमिका पर मंथन किया।
