निश्चय टाइम्स, लखनऊ। नवयुग कन्या महाविद्यालय, राजेंद्र नगर, लखनऊ के समाजशास्त्र विभाग ने आज “सोशल मीडिया एंड यूथ आइडेंटिटी: ए सोशियोलॉजिकल एक्सप्लोरेशन” विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया। यह कार्यक्रम युवा पहचान और सोशल मीडिया के बीच जटिल संबंधों का विश्लेषण करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई, इसके बाद गणमान्य व्यक्तियों का सम्मान किया गया। समाजशास्त्र विभाग की अध्यक्ष डॉ. विनिता सिंह ने संगोष्ठी का परिचय देते हुए बताया कि सोशल मीडिया युवाओं के जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गया है और यह उनकी आत्मधारणा, संचार और सामाजिक व्यवहार को प्रभावित करता है। प्रो. विनोद चंद्र, प्रधानाचार्य, जे एन एम पी जी कॉलेज ने डिजिटल मीडिया के समाजशास्त्रीय पहलुओं पर विचार साझा किए और बताया कि ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म युवाओं के सशक्तिकरण के साथ-साथ मानसिक और सामाजिक चुनौतियों का स्रोत भी हैं। प्रो. राजेश मिश्रा, पूर्व अध्यक्ष समाजशास्त्र विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय ने डिजिटल परिवर्तन और जिम्मेदार डिजिटल नागरिकता के महत्व पर जोर दिया।
कार्यक्रम में “युवा वार्ता” सत्र में छात्राओं ने सोशल मीडिया के माध्यम से युवा पहचान और आत्म-अभिव्यक्ति पर अपने अनुभव साझा किए। इसके अलावा, “इंपैक्ट ऑफ ए आई ऑन सोसाइटी: ए आई फॉर सोशल गुड” विषय पर आयोजित भाषण प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। प्राचार्य प्रो. मंजुला उपाध्याय ने समाजशास्त्र विभाग की इस पहल की सराहना करते हुए छात्रों को सोशल मीडिया का उपयोग रचनात्मक और जागरूकता बढ़ाने वाले उद्देश्यों के लिए करने का सुझाव दिया। वरिष्ठ फैकल्टी सदस्यों और आयोजन समिति के कुशल नेतृत्व ने कार्यक्रम को शैक्षणिक और सामाजिक रूप से सफल बनाया। संगोष्ठी का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें सभी गणमान्य व्यक्तियों, फैकल्टी और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया गया। यह कार्यक्रम युवा मस्तिष्कों को डिजिटल युग में जिम्मेदारी और समझदारी से जुड़ने के लिए प्रेरित करने में सफल रहा।
