ओपी राजभर ने महाराजा सुहेलदेव की ऐतिहासिक जीत को बताया भारतीय संस्कृति की रक्षा का प्रतीक
सपा-कांग्रेस पर लगाया सुहेलदेव की विरासत को इतिहास से मिटाने का आरोप
विजय दिवस में CM योगी की भी रहेगी मौजूदगी, शौर्य मेला का भी आयोजन
निश्चय टाइम्स, लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री और सुभासपा (सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने सोमवार को लखनऊ में एक अहम प्रेस वार्ता के दौरान महाराजा सुहेलदेव की ऐतिहासिक विजय को याद करते हुए बहराइच में 10 जून को ‘विजय दिवस’ मनाने की घोषणा की। उन्होंने इस मौके पर समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस पर आरोप लगाया कि इन दलों ने वोट बैंक की राजनीति के चलते महाराजा सुहेलदेव की विरासत को इतिहास से मिटाने की साजिश की।
राजभर ने कहा कि महाराजा सुहेलदेव ने भारत की सांस्कृतिक अस्मिता की रक्षा करते हुए महमूद गजनवी के सेनापति सालार मसूद गाजी की सेना को हराया था। उन्होंने इसे सिर्फ एक सैन्य विजय नहीं बल्कि भारतीय संस्कृति और आत्मा की रक्षा के रूप में प्रस्तुत किया। उन्होंने घोषणा की कि 10 जून को बहराइच में उस ऐतिहासिक विजय की स्मृति में भव्य विजय दिवस समारोह का आयोजन किया जाएगा, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल होंगे। इसके साथ ही एक ‘शौर्य मेला’ भी लगेगा जिसमें सभी समुदायों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
राजभर ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव और कांग्रेस से तीखे सवाल पूछते हुए कहा, “क्या आपने वोट बैंक के लिए सुहेलदेव जैसे राष्ट्रीय नायक की विरासत को पाठ्यपुस्तकों से बाहर कर दिया? बहराइच में सालार मसूद की याद में कार्यक्रम तो किए गए, लेकिन सुहेलदेव की वीरता को क्यों भुला दिया गया?”उन्होंने आरोप लगाया कि सपा और कांग्रेस ने ऐतिहासिक तथ्यों की अनदेखी कर मुगल वंशजों के वोट के लिए ‘राजनीतिक नाटक’ रचा और देश के नायकों को हाशिए पर डाल दिया। ओपी राजभर ने कहा कि उनकी पार्टी लंबे समय से सुहेलदेव की विरासत को मान्यता दिलाने के लिए संघर्ष कर रही है और अब समय आ गया है जब देश 10 जून को विजय दिवस के रूप में मनाए।
