नई दिल्ली। कृत्रिम मेधा (एआई) क्षेत्र की दिग्गज कंपनी ओपनएआई के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सैम आल्टमैन के पांच फरवरी को भारत की यात्रा पर आने की संभावना है। सूत्रों ने सोमवार को यह उम्मीद जताई।
सूत्रों ने कहा कि चैटजीपीटी टूल बनाने वाली कंपनी ओपनएआई के संस्थापक आल्टमैन अपनी भारत यात्रा के दौरान शीर्ष सरकारी अधिकारियों से मिलेंगे और उद्योग जगत के प्रतिनिधियों से भी चर्चा करेंगे।
दो साल के भीतर दूसरी बार भारत आ रहे आल्टमैन की यात्रा ऐसे समय हो रही है जब ओपनएआई के साथ कृत्रिम मेधा के क्षेत्र में अमेरिकी दबदबे को चीनी कंपनी डीपसीक ने तगड़ी चुनौती दे दी है। डीपसीक के कम लागत वाले एआई मॉडल आर1 ने बहुत कम समय में लोगों का ध्यान आकर्षित कर लिया है।
डीपसीक ने चैटजीपीटी को एप्पल के ऐपस्टोर पर शीर्ष रैंकिंग वाले मुफ्त ऐप के रूप में पीछे छोड़ दिया है। एआई विकास पर लंबे समय से अरबों डॉलर निवेश करने वाली अमेरिकी प्रौद्योगिकी कंपनियों को इससे तगड़ा आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ा है।
एआई चिप बनाने वाली दिग्गज कंपनी एनवीडिया को बीते सोमवार एक ही दिन में अपने बाजार पूंजीकरण में 590 अरब डॉलर का भारी नुकसान हुआ। यह इतिहास में किसी भी कंपनी को एक कारोबारी सत्र में हुआ सबसे बड़ा मूल्यह्रास है।
सूत्रों ने कहा कि आल्टमैन अपनी भारत यात्रा के दौरान नयी दिल्ली में शीर्ष सरकारी अधिकारियों से मिलेंगे। हालांकि, सूत्रों ने इस बारे में अधिक विवरण नहीं दिया।
पिछले हफ्ते भारत ने एआई क्षेत्र में अपना खुद का ‘आधारभूत मॉडल’ बनाने की योजना घोषित की थी। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि भारत सस्ती कीमत पर अपना खुद का सुरक्षित और सुरक्षित स्वदेशी एआई मॉडल पेश करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
वैष्णव ने कहा कि 2.5-3 अमेरिकी डॉलर प्रति घंटे के उपयोग की लागत वाले वैश्विक मॉडल की तुलना में भारत का एआई मॉडल 40 प्रतिशत सरकारी सब्सिडी के बाद 100 रुपये प्रति घंटे से कम खर्च करेगा।
उन्होंने भरोसा जताया था कि भारत एक ऐसा आधार मॉडल बनाएगा जो विश्वस्तरीय होगा और यह दुनियाभर के सर्वश्रेष्ठ मॉडल के साथ प्रतिस्पर्धा कर पाएगा।
