22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने करारा जवाब देते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया है। भारतीय सेना द्वारा रात करीब 1:28 बजे किए गए इस हमले में मिसाइलों के ज़रिए कोटली, बहावलपुर, गुलपुर, भींबेर, सियालकोट, मुरीदके और चक अमरु जैसे स्थानों पर आतंकी कैंप तबाह कर दिए गए।
हमले में कितने आतंकवादी मारे गए हैं, इसकी पुष्टि अभी नहीं हुई है, लेकिन खुफिया सूत्रों के मुताबिक बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। यह हमला पूरी तरह भारत के एयरस्पेस से किया गया, जिससे यह साफ संदेश दिया गया कि भारत अब आतंक के खिलाफ सिर्फ चेतावनी नहीं, कार्रवाई करेगा।

अमेरिका में भारतीय दूतावास का बयान:
भारतीय दूतावास ने अमेरिका में आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा कि भारत को उम्मीद थी कि पाकिस्तान अपने देश में पल रहे आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा, लेकिन उसने उल्टे भारत से सबूत मांगकर समय गंवाया। दूतावास ने यह भी कहा कि पहलगाम हमले में मारे गए 9 निर्दोष नागरिकों का बदला अब लिया जा चुका है।
पहले लिए गए सख्त फैसले:
हमले के बाद भारत ने तुरंत सिंधु जल संधि को रद्द कर दिया और अटारी-वाघा बॉर्डर सील कर दिया गया। भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने का नोटिस भी दिया गया। ये सभी कदम पाकिस्तान पर कूटनीतिक और सामरिक दबाव बढ़ाने के लिए उठाए गए।

भारतीय सेना का बयान:
ऑपरेशन के बाद भारतीय सेना ने X (पूर्व में ट्विटर) पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का पोस्टर साझा करते हुए लिखा, “न्याय पूरा हुआ, जय हिंद।” यह बयान भारत के बदले की भावना और आतंकवाद के खिलाफ उसकी जीरो टॉलरेंस नीति को स्पष्ट करता है।
यह ऑपरेशन भारत की रणनीतिक क्षमता और राजनीतिक इच्छाशक्ति का प्रतीक बन गया है। अब दुनिया भर में भारत की इस कार्रवाई को लेकर प्रतिक्रिया आ रही है, और पाकिस्तान पर दबाव बढ़ता दिख रहा है।
Author: Sweta Sharma
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