नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र के 6वें दिन मंगलवार को विपक्ष के सदस्यों ने अडानी और संभल हिंसा मामले को लेकर जबरदस्त प्रदर्शन किया है। सदन शुरू होने से पहले विपक्षी इंडिया ब्लॉक के नेताओं ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए पोस्टर दिखाए। विरोध प्रदर्शन में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी भी शामिल हुए। इसमें सपा और टीएमसी सदस्य शामिल नहीं हुए।
विपक्ष के प्रदर्शन और नारेबाजी के दौरान केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, कि देश चलाने के लिए संसद चलना आवश्यक है। संसद की कार्यवाही यदि ठीक से नहीं चलेगी तो उसका सबसे ज्यादा असर देश पर दिखेगा। उन्होंने कहा कि बिना चर्चा के भी हम बिल पास कर सकते हैं, क्योंकि बहुमत में हैं। फिर भी ऐसा करना हमें ठीक नहीं लगता है। अडानी मामले पर रिजिजू ने कहा, कि यदि किसी अन्य देश में किसी भारतीय के खिलाफ कोर्ट केस होता है तो क्या सदन में उसकी चर्चा हमेशा इसी तरह जारी रहेगी? रिजिजू ने दावा किया कि विपक्ष के अनेक सांसद मानते हैं कि सदन को बाधित करना देश के हित में नहीं है। बावजूद इसके मंगलवार सुबह विपक्ष के अनेक सदस्यों ने अडानी और संभल मामले को लेकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
