पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है। मंगलवार की रात दोनों देशों की सीमा पर भयंकर झड़प हुई, जिसमें कई सैनिकों और नागरिकों की मौत हुई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के कंधार प्रांत में हवाई हमले किए हैं, जिनमें करीब 20 तालिबान लड़ाके मारे गए हैं। वहीं अफगानिस्तान का दावा है कि इस हिंसा में उसके 15 नागरिक मारे गए और कई घायल हुए हैं। दोनों देशों के बीच इस संघर्ष ने क्षेत्र में फिर से अस्थिरता की स्थिति पैदा कर दी है।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तानी सेना ने दावा किया है कि तालिबान आतंकियों ने दक्षिण-पश्चिम और उत्तर-पश्चिम के प्रमुख सीमा चौकियों पर दो बार हमला किया था। सेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए इन हमलों को विफल कर दिया और फिर कंधार प्रांत के स्पिन बोल्डक इलाके में हवाई हमले किए। एएफपी एजेंसी ने बताया कि इन हमलों में कम से कम 20 तालिबान लड़ाके मारे गए हैं।
पाकिस्तानी सेना ने कहा कि इन झड़पों के दौरान 30 अन्य लोग भी मारे गए, जिनमें कुछ नागरिक भी शामिल हैं। सेना के अनुसार, तालिबान के हमले जानबूझकर उन इलाकों में किए गए जहाँ पर आम लोग रहते हैं। यह हमला इसलिए भी चिंताजनक है क्योंकि यह ऐसे समय में हुआ है जब पाकिस्तान के सीमावर्ती क्षेत्रों में पहले से ही सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ें चल रही हैं।
दूसरी ओर, अफगानिस्तान ने पाकिस्तान पर आरोप लगाया कि उसने बिना किसी चेतावनी के सीमा पार हवाई हमले किए, जिनमें उसके नागरिक मारे गए। अफगान तालिबान सरकार के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा कि पाकिस्तानी सेना ने हल्के और भारी हथियारों से गोलीबारी की, जिसके जवाब में अफगान बलों ने भी कार्रवाई की।
अफगानिस्तान के अनुसार, इस झड़प में 15 नागरिकों की मौत हुई और दर्जनों लोग घायल हुए हैं। वहीं, पाकिस्तान का कहना है कि उसने केवल जवाबी कार्रवाई की है क्योंकि अफगान सीमा से लगातार हमले हो रहे थे।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में बताया गया है कि पाकिस्तान ने अपनी कार्रवाई में तालिबान के एक शीर्ष कमांडर को भी मार गिराया है। पाकिस्तान टेलीविजन (PTV) ने कहा कि इस जवाबी कार्रवाई में तालिबान के ठिकाने और उनके टैंक को भी भारी नुकसान हुआ है।
तालिबान ने अपने बयान में कहा कि उन्होंने कई “घुसपैठिए” पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया और उनके हथियार तथा टैंक जब्त किए। अफगानिस्तान ने पाकिस्तान पर आरोप लगाया कि उसके हमलों के पीछे “टीटीपी आतंकियों” को निशाना बनाने की आड़ में नागरिक इलाकों को टारगेट किया गया।
इस पूरे घटनाक्रम के बाद, पाकिस्तान ने 48 घंटे के संघर्षविराम (Ceasefire) की घोषणा की है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यह केवल अस्थायी राहत है।
पिछले सप्ताहांत दोनों देशों के बीच ऐसी ही झड़पें हुई थीं। उस समय अफगानिस्तान ने पाकिस्तान पर काबुल पर हवाई हमले करने का आरोप लगाया था। जवाब में, अफगान बलों ने सीमा चौकियों पर हमले किए थे, जिनमें 58 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत का दावा किया गया था, जबकि पाकिस्तान ने संख्या 23 बताई थी।
लगातार बढ़ते इस संघर्ष से दोनों देशों के बीच संबंधों में और अधिक खटास आ गई है। सीमा चौकियां बंद हैं और आम लोगों में दहशत फैल गई है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इस स्थिति को लेकर चिंता जताई जा रही है, क्योंकि यह पूरा इलाका पहले से ही आतंकवाद और अस्थिरता की चपेट में है।
