[the_ad id="4133"]
Home » इंडिया » PM ने झारसुगुड़ा में 50,000 करोड़ की परियोजनाओं का शुभारंभ किया

PM ने झारसुगुड़ा में 50,000 करोड़ की परियोजनाओं का शुभारंभ किया

निश्चय टाइम्स, डेस्क। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज ओडिशा के झारसुगुड़ा में 50,000 करोड़ रुपये से अधिक के विकास कार्यों का उद्घाटन और शिलान्यास किया। उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों का सादर अभिवादन किया। इस समय नवरात्रि के उत्सव का उल्लेख करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि इन पावन दिनों में उन्हें माँ समालेई और माँ रामचंडी की पावन भूमि पर आकर वहाँ उपस्थित जनसमूह से मिलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। उन्होंने कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उपस्थित माताओं और बहनों की उपस्थिति का उल्लेख करते हुए कहा कि उनका आशीर्वाद ही शक्ति का सच्चा स्रोत है। उन्होंने जनसमूह को प्रणाम किया। डेढ़ साल पहले हुए विधानसभा चुनावों के दौरान ओडिशा के लोगों ने एक नई प्रतिबद्धता के साथ विकसित ओडिशा की ओर बढ़ने का संकल्प लिया था, इस बात को याद करते हुए, श्री मोदी ने कहा कि आज केंद्र और राज्य में उनकी सरकारों की गति के साथ ओडिशा तेज़ी से प्रगति कर रहा है। उन्होंने ओडिशा और राष्ट्र के विकास के लिए हज़ारों करोड़ रुपये की परियोजनाओं की शुरुआत की घोषणा की। श्री मोदी ने बीएसएनएल के नए अवतार का अनावरण किया, जो इसकी स्वदेशी 4G सेवाओं का शुभारंभ था। उन्होंने कहा कि विभिन्न राज्यों में आईआईटी का विस्तार भी आज से शुरू हो रहा है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने ओडिशा में शिक्षा, कौशल विकास और कनेक्टिविटी से संबंधित कई परियोजनाओं के शिलान्यास और उद्घाटन पर प्रकाश डाला। उन्होंने बरहामपुर से सूरत के लिए आधुनिक अमृत भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जिससे लोगों को होने वाले बड़े लाभ पर ज़ोर दिया गया। प्रधानमंत्री ने केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव की उपस्थिति का भी आभार व्यक्त किया, जो गुजरात के सूरत से वर्चुअल माध्यम से जुड़े थे। उन्होंने इन सभी विकास पहलों के लिए ओडिशा के लोगों को हार्दिक बधाई दी।

प्रधानमंत्री ने कहा, “हमारी सरकार गरीबों की सेवा और उन्हें सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, और हमारा ध्यान दलितों, पिछड़े वर्गों और आदिवासी समुदायों सहित वंचितों को बुनियादी सुविधाएँ प्रदान करने पर है।” उन्होंने कहा कि आज का कार्यक्रम इसी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। श्री मोदी ने बताया कि उन्हें अंत्योदय गृह योजना के तहत लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र सौंपने का अवसर मिला। उन्होंने कहा कि जब किसी गरीब परिवार को पक्का घर मिलता है, तो इससे न केवल उनकी वर्तमान बल्कि आने वाली पीढ़ियों का भी कायाकल्प होता है। इस बात पर ज़ोर देते हुए कि उनकी सरकार देश भर में गरीब परिवारों को पहले ही चार करोड़ से ज़्यादा पक्के घर उपलब्ध करा चुकी है, प्रधानमंत्री ने कहा कि ओडिशा में हज़ारों घरों का निर्माण तेज़ी से हो रहा है, और उन्होंने मुख्यमंत्री श्री मोहन माझी और उनकी टीम की उनके सराहनीय प्रयासों के लिए सराहना की। प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि आज लगभग पचास हज़ार परिवारों को नए घरों के लिए मंज़ूरी मिल गई है। प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत, ओडिशा में आदिवासी परिवारों के लिए चालीस हज़ार से ज़्यादा घरों को मंज़ूरी दी गई है, जिससे सबसे वंचित लोगों की एक बड़ी आकांक्षा पूरी हुई है। उन्होंने सभी लाभार्थी परिवारों को शुभकामनाएँ दीं।

ओडिशा के लोगों की क्षमताओं और प्रतिभा में अपना अटूट विश्वास व्यक्त करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रकृति ने ओडिशा को प्रचुर मात्रा में आशीर्वाद दिया है। यह स्वीकार करते हुए कि ओडिशा ने दशकों तक गरीबी झेली है, उन्होंने दृढ़ता से कहा कि आने वाला दशक यहाँ के लोगों के लिए समृद्धि लेकर आएगा। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, सरकार राज्य में बड़ी परियोजनाएँ ला रही है। उन्होंने घोषणा की कि केंद्र सरकार ने हाल ही में ओडिशा के लिए दो सेमीकंडक्टर इकाइयों को मंजूरी दी है, और एक सेमीकंडक्टर पार्क भी स्थापित किया जाएगा, जिसका श्रेय ओडिशा के युवाओं की शक्ति और क्षमता को जाता है। श्री मोदी ने एक ऐसे भविष्य की कल्पना की जहाँ फ़ोन, टेलीविज़न, रेफ्रिजरेटर, कंप्यूटर, कार और कई अन्य उपकरणों में इस्तेमाल होने वाली छोटी चिप ओडिशा में ही बनाई जाएँगी। प्रधानमंत्री ने चिप्स से लेकर जहाज़ों तक, हर क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने के सरकार के संकल्प की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि पारादीप से झारसुगुड़ा तक एक विशाल औद्योगिक गलियारा विकसित किया जा रहा है। जहाज़ निर्माण के रणनीतिक महत्व पर ज़ोर देते हुए, उन्होंने कहा कि आर्थिक मज़बूती की आकांक्षा रखने वाले किसी भी देश को इस क्षेत्र में निवेश करना चाहिए, क्योंकि इससे व्यापार, तकनीक और राष्ट्रीय सुरक्षा को लाभ होता है। श्री मोदी ने बताया कि स्वदेशी जहाज़ होने से वैश्विक संकटों के दौरान भी आयात-निर्यात का निर्बाध संचालन सुनिश्चित होता है। प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार की एक बड़ी पहल की घोषणा की—भारत में जहाज़ निर्माण के लिए 70,000 करोड़ रुपये का पैकेज। उन्होंने अनुमान लगाया कि इससे 4.5 लाख करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित होगा, जो इस्पात, मशीनरी, इलेक्ट्रॉनिक्स और विनिर्माण जैसे क्षेत्रों तक पहुँचेगा, जिससे विशेष रूप से लघु और कुटीर उद्योगों को लाभ होगा। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि इससे लाखों नए रोज़गार पैदा होंगे और ओडिशा के उद्योगों और युवाओं को महत्वपूर्ण लाभ होगा।

प्रधानमंत्री ने कहा, “भारत ने आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।” उन्होंने याद दिलाया कि जब 2G, 3G और 4G जैसी दूरसंचार सेवाएँ वैश्विक स्तर पर शुरू की गईं, तो भारत पिछड़ गया और इन सेवाओं के लिए विदेशी तकनीक पर निर्भर रहा। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि ऐसी स्थिति देश के लिए उपयुक्त नहीं थी, जिसके कारण आवश्यक दूरसंचार तकनीकों को स्वदेशी रूप से विकसित करने का राष्ट्रीय संकल्प लिया गया। प्रधानमंत्री ने गर्व व्यक्त किया कि बीएसएनएल ने भारत में पूरी तरह से स्वदेशी 4G तकनीक सफलतापूर्वक विकसित कर ली है। उन्होंने इस उपलब्धि को हासिल करने में बीएसएनएल के समर्पण, दृढ़ता और विशेषज्ञता की सराहना की। उन्होंने आगे बताया कि भारतीय कंपनियों ने अब भारत को दुनिया के उन चुनिंदा पाँच देशों में शामिल कर दिया है जिनके पास 4G सेवाएँ शुरू करने के लिए पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक है। प्रधानमंत्री ने इस संयोग का उल्लेख किया कि बीएसएनएल आज अपनी 25वीं वर्षगांठ मना रहा है। इस ऐतिहासिक अवसर पर, उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि बीएसएनएल और उसके सहयोगियों के समर्पित प्रयासों से, भारत एक वैश्विक दूरसंचार विनिर्माण केंद्र बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि यह ओडिशा के लिए गर्व की बात है कि बीएसएनएल का स्वदेशी 4जी नेटवर्क झारसुगुड़ा से शुरू हो रहा है, जिसमें लगभग एक लाख 4G टावर शामिल हैं। ये टावर देश के दूरदराज के क्षेत्रों में कनेक्टिविटी के एक नए युग की शुरुआत करेंगे। श्री मोदी ने इस बात पर ज़ोर दिया कि 4G तकनीक के विस्तार से देश भर में दो करोड़ से ज़्यादा लोगों को सीधा लाभ होगा। उन्होंने कहा कि लगभग तीस हज़ार गाँव, जहाँ पहले हाई-स्पीड इंटरनेट की सुविधा नहीं थी, अब इस पहल के माध्यम से जुड़ जाएँगे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हज़ारों गाँव इस ऐतिहासिक दिन को देखने के लिए वर्चुअल रूप से जुड़े हुए हैं और हाई-स्पीड इंटरनेट के ज़रिए इसे सुन और देख रहे हैं। उन्होंने बताया कि केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी असम से इसमें शामिल हो रहे हैं। बीएसएनएल की स्वदेशी 4G सेवाओं से आदिवासी क्षेत्रों, दूरदराज के गांवों और पहाड़ी इलाकों को सबसे ज़्यादा फ़ायदा होने पर ज़ोर देते हुए, श्री मोदी ने कहा कि इन क्षेत्रों के लोगों को अब गुणवत्तापूर्ण डिजिटल सेवाओं तक पहुँच प्राप्त होगी। ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चे ऑनलाइन कक्षाओं में भाग ले सकेंगे, दूर-दराज़ के किसान अपनी फसलों के दाम जान सकेंगे और मरीज़ों को टेलीमेडिसिन के ज़रिए डॉक्टरों से परामर्श लेना आसान हो जाएगा। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि इस पहल से हमारे सशस्त्र बलों के जवानों को भी काफ़ी फ़ायदा होगा, क्योंकि बेहतर कनेक्टिविटी के ज़रिए वे सुरक्षित रूप से संवाद कर पाएँगे। इस बात पर ज़ोर देते हुए कि भारत पहले ही सबसे तेज़ 5G सेवाएँ शुरू कर चुका है, प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जिन बीएसएनएल टावरों का उद्घाटन किया गया है, वे 5G सेवाओं को भी सपोर्ट करने के लिए पूरी तरह से सुसज्जित हैं। उन्होंने इस ऐतिहासिक अवसर पर बीएसएनएल और देश के सभी नागरिकों को हार्दिक बधाई दी।

आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए कुशल युवाओं और एक मज़बूत अनुसंधान पारिस्थितिकी तंत्र की आवश्यकता पर ज़ोर देते हुए, श्री मोदी ने कहा कि यह उनकी सरकार की एक प्रमुख प्राथमिकता है। उन्होंने ओडिशा सहित पूरे देश में शिक्षा और कौशल विकास में किए जा रहे अभूतपूर्व निवेश पर प्रकाश डाला। प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि इंजीनियरिंग कॉलेजों और पॉलिटेक्निक संस्थानों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है, और इस प्रयास को समर्थन देने के लिए MERITE नामक एक नई योजना का शुभारंभ किया। इस योजना के तहत, तकनीकी शिक्षा संस्थानों में हज़ारों करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे युवाओं को गुणवत्तापूर्ण तकनीकी शिक्षा के लिए बड़े शहरों की ओर पलायन करने की मजबूरी से मुक्ति मिलेगी। इसके बजाय, उन्हें अपने ही शहरों में आधुनिक प्रयोगशालाओं, वैश्विक कौशल प्रशिक्षण और स्टार्टअप के अवसरों तक पहुँच प्राप्त होगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के हर क्षेत्र, हर समुदाय और हर नागरिक तक सुविधाएँ पहुँचाने के लिए अभूतपूर्व प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए रिकॉर्ड स्तर का निवेश किया जा रहा है। अतीत का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि लोग पहले की स्थिति से अच्छी तरह वाकिफ़ हैं और विपक्ष ने जनता का शोषण करने का कोई मौका नहीं छोड़ा। 2014 में जब जनता ने सरकार को सेवा का अवसर दिया, तो उनके प्रशासन ने विपक्ष के शोषणकारी तंत्र से देश को सफलतापूर्वक मुक्त कराया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार में, दोहरी बचत और दोहरी कमाई का एक नया युग शुरू हुआ है। उन्होंने अतीत की तुलना करते हुए कहा कि पिछली सरकार के दौरान, कर्मचारियों और व्यापारियों को ₹2 लाख तक की आय पर भी कर देना पड़ता था। इसके विपरीत, उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि आज, ₹12 लाख तक की वार्षिक आय वाले व्यक्तियों को एक रुपया भी आयकर नहीं देना पड़ता है।ओडिशा में बड़ी संख्या में आदिवासी रहते हैं, जिनकी आजीविका वनोपज पर निर्भर है। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार केंदू पत्ता संग्राहकों के लिए पहले से ही काम कर रही है और अब इस वस्तु पर जीएसटी में उल्लेखनीय कमी की गई है, जिससे संग्राहकों को बेहतर मूल्य मिल रहे हैं। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि उनकी सरकार लगातार करों में राहत दे रही है और नागरिकों की बचत बढ़ा रही है, जबकि उन्होंने विपक्ष पर शोषणकारी नीतियों को जारी रखने का आरोप लगाया। श्री मोदी ने आरोप लगाया कि विपक्ष के नेतृत्व वाली सरकारें अभी भी जनता को लूटने में लगी हुई हैं। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि जब नई जीएसटी दरें लागू की गईं, तो घर निर्माण और मरम्मत को और अधिक किफायती बनाने के लिए सीमेंट पर कर भी कम किया गया। उन्होंने बताया कि 22 सितंबर के बाद हिमाचल प्रदेश में भी सीमेंट की कीमतों में गिरावट आई है। हालाँकि, उन्होंने दावा किया कि हिमाचल प्रदेश में सत्तारूढ़ सरकार ने सीमेंट पर अतिरिक्त कर लगा दिया है, जिससे लोग लाभ से वंचित हो रहे हैं। प्रधानमंत्री ने चेतावनी दी कि जहाँ भी विपक्षी दल की सरकार होती है, वहाँ शोषण होता है, और उन्होंने नागरिकों से उस पार्टी से सावधान रहने का आग्रह किया।

एक स्वस्थ माँ ही एक मज़बूत परिवार का निर्माण करती है, इस पर ज़ोर देते हुए प्रधानमंत्री ने 17 सितंबर 2025 से देशव्यापी “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार” अभियान के शुभारंभ पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि इस पहल के तहत देश भर में आठ लाख से ज़्यादा स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जा चुके हैं, जिनमें तीन करोड़ से ज़्यादा महिलाओं की स्वास्थ्य जाँच की जा चुकी है। ये शिविर मधुमेह, स्तन कैंसर, तपेदिक और सिकल सेल एनीमिया जैसी बीमारियों के निदान में मदद कर रहे हैं। उन्होंने ओडिशा की सभी माताओं, बहनों और बेटियों से आग्रह किया कि वे अपनी स्वास्थ्य जाँच ज़रूर करवाएँ। प्रधानमंत्री ने दोहराया कि उनकी सरकार सुविधा और समृद्धि का मार्ग प्रशस्त करके, कर राहत या आधुनिक कनेक्टिविटी के माध्यम से, राष्ट्र और उसके नागरिकों की शक्ति बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि ओडिशा इन प्रयासों से महत्वपूर्ण लाभ प्राप्त कर रहा है, राज्य में वर्तमान में छह वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं और लगभग साठ रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण कार्य चल रहा है। उन्होंने कहा कि झारसुगुड़ा स्थित वीर सुरेन्द्र साईं हवाई अड्डा अब भारत के कई प्रमुख शहरों से जुड़ गया है। ओडिशा को खनिजों और खनन से भी काफी अधिक राजस्व प्राप्त हो रहा है। श्री मोदी ने उल्लेख किया कि सुभद्रा योजना ओडिशा की महिलाओं के लिए निरंतर सहायक सिद्ध हो रही है। उन्होंने कहा कि ओडिशा प्रगति के पथ पर अग्रसर है और विकास की गति और तेज़ होगी। उन्होंने सभी को शुभकामनाएँ देते हुए अपने भाषण का समापन किया। इस कार्यक्रम में ओडिशा के राज्यपाल डॉ. हरि बाबू कंभमपति, ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। देश भर के कई केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री आज के कार्यक्रम से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े।

ntuser1
Author: ntuser1

Share This

Post your reaction on this news

Leave a Comment

Social Media Auto Publish Powered By : XYZScripts.com